नई दिल्ली : राजधानी की टूटी-फूटी सड़कें इस बात को इंगित करती है कि आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार कितना काम कर रही है। सोशल मीडिया के जरिए किराड़ी की खस्ताहाल सड़कों और आम लोगों की समस्याएं उजागर कर रही है। वहीं 57 महीने के कार्यकाल में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गहरी नींद में सोते रहे। यह कहना है भारतीय जनता पार्टी दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी का।
उन्होंने आरोप लगाया है कि अपनी नाकामियों को महंगे विज्ञापनों के माध्यम से ढकने की अपनी पुरानी आदत से मजबूर मुख्यमंत्री बधाई किराड़ी के नाम से 5 बार अपनी फोटों के साथ बड़ी-बड़ी होर्डिग भी छपवा चुके हैं। सड़कों को लेकर दिल्ली सरकार ने बड़े-बड़े दावे तो किए लेकिन जमीनी हकीकत किराड़ी के सड़कों की यह है कि स्थानीय जनता नारकीय जीवन जीने को मजबूर है।
टूटी हुई सड़कें चीख-पुकार कर जनता के दर्द को बता रही है। तिवारी ने तंज कसते हुए कहा कि केजरीवाल की महिमा है कि सड़कों में गढ्ढे या गढ्ढों में सड़क यह कह पानी बड़ा मुश्किल हो रही है। किराड़ी की ऐसी स्थिति के लिए स्थानीय विधायक के साथ-साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री पूर्ण रूप से जिम्मेदार है।
एक भी वादा पूरा नहीं किया
तिवारी ने कहा कि ‘आप’ सरकार दिल्ली में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज हुई। लेकिन सत्ता में आने के बाद जनता के साथ सबसे बड़ा धोखा केजरीवाल ने ही किया। उन्होंने एक भी वादे पूरे नहीं किए। किराड़ी ही नहीं पूरी दिल्ली में सड़कों की हालत इतनी खराब है कि लोगों का चलना-फिरना मुश्किल हो गया है। अनधिकृत कॉलोनियों में सड़कों में बड़े-बड़े गढ्ढे हैं, जिनसे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं लेकिन मुख्यमंत्री का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।