रायपुर : सूबे में बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की राह अभी तक आसान दिख नहीं रही हैं. कांग्रेस अपना हाथ बढ़ा तो रही है लेकिन अभी स्थितियां स्पष्ट नहीं हो रही हैं। बहुजन समाज पार्टी ने अभी अपने गठबंधन को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं. साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बसपा और कांग्रेस के गठबंधन की खिचड़ी पकती नजर नहीं आ रही हैं। 90 विधानसभा सीटों वाले छत्तीसगढ़ राज्य में इस बार गठबंधन का सहारा कांग्रेस लेना तो चाह रही हैं लेकिन गठबंधन को लेकर अभी तक बाकी का रुख साफ नहीं है।
कांग्रेस का बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर अफवाहों का बाजार गरम होता जा रहा हैं वहीं चुनावी मैदान में पहली बार जोगी कांग्रेस जहां ताल ठोक रही है। कांग्रेस की जोगी कांग्रेस के साथ भी गठबंधन को लेकर चर्चाएं हो रही हैं लेकिन जोगी कांग्रेस का फिलहाल किसी दल के साथ गठबंधन का कोई इरादा नहीं हैं।
कांग्रेस-बसपा के साथ चर्चा करने की बात कर तो रही हैं लेकिन गठबंधन को लेकर कांग्रेस की अभी तक बसपा सुप्रीमो मायावती से कोई बातचीत नहीं हुई है जबकि आखरी मोहर मायावती को ही लगाना है। वैसे इस बार बसपा पूरी तरह से मायावती के नेतृत्व में ही चुनाव लडऩे की तैयारी में हैं और बसपा इस बार भाजपा को हराने के लिए पूरी ताकत को झोंक रही हैं।
( बसपा ने सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए अपने दावेदारों की 350 से अधिक की संख्या की लिस्ट बसपा सुप्रीमो मायावती के पास भेज दी है। लेकिन शनिवार को बसपा की बैठक में सारंगगढ़ की पूर्व विधायक कामदा जोल्हे ने प्रदेश प्रभारी एमएल भारती पर महिला कार्यकर्ताओं से जोड़ गंभीर आरोप लगाने के बाद लगता है इस मामले से निपटने में बसपा को कुछ समय लगेगा।