वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस समय संसद भवन के पटल पर बजट पेश कर रही हैं। इस बीच कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह गिल और गुरजीत सिंह औजला काले रंग का गाउन पहनकर संसद भवन पहुंचे। इन सांसदों ने अपने सीने पर किसानों के समर्थन में कुछ पोस्टर भी लगाए हुए हैं। पोस्टरों पर लिखा कि किसान की मौत… काला कानून वापस लो.।
वहीं माना जा रहा है कि आंदोलनकारी किसानों और कृषि सेक्टर के लिए केंद्र की मोदी सरकार बजट में कुछ बड़े ऐलान कर सकती है। कृषि कानूनों के खिलाफ देश में इस समय आंदोलन जारी है। किसान संगठनों के इस आंदोलन को दो महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है। इस दौरान किसान और सरकार के बीच हुई कई दौर की वार्ताओं से कोई हल निकलकर सामने नहीं आया।
बजट 2021-22 : वित्त मंत्री का ऐलान-कोरोना टीकाकरण के लिए 35000 करोड़ रुपए का प्रावधान
किसान संगठन लगातार सरकार से कृषि कानून को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फसलों की खरीद की कानूनी गारंटी की मांग के अलावा किसान संगठन ‘किसान सम्मान निधि’ को बढ़ाने और कर्ज माफ करने जैसी कई डिमांड कर रहे हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड से बड़ी संख्या में किसान गाजीपुर सीमा पर जुट रहे हैं। गौरतलब है कि किसानों ने बजट सत्र पेश होने के दिन यानी आज संसद मार्च की घोषणा की थी, लेकिन गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले में मचे उपद्रव के बाद इसे रद्द कर दिया।