दक्षिणी दिल्ली : भारत की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ने की पाकिस्तान की नापाक हरकत का दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम द्वारा एक बार फिर से नाकाम कर दी गई है। स्पेशल सेल की टीम ने पाकिस्तान से नेपाल के जरिए साढ़े पांच लाख के नकली नोटों की तस्करी करने वाले नेपाली तस्कर को दबोचकर इस साजिश से पर्दा उठाया है। स्पेशल सेल पुलिस उपायुक्त प्रमोद सिंह कुशवाहा ने आरोपी की पहचान आलम अंसारी उर्फ गुल्टन (27) के तौर पर की गई है, जो मूलरूप से नेपाल का रहने वाला है।
आरोपी के पास से दो-दो हजार के साढ़े पांच लाख रुपए कीमत के भारतीय नकली नोट बरामद किए गए हैं, जो पाकिस्तान से नेपाल से रास्ते भारत में लाया गया था। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, स्पेशल सेल इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह को एक गुप्त सूचना मिली थी कि भारत-नेपाल बॉर्डर के रास्ते भारत में नकली नोटों की बड़ी तादाद में तस्करी की जा रही है, जिसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस टीम ने तस्करों के बारे में जानकारी जुटा कर उनकी निगरानी शुरू की।
इसी बीच स्पेशल सेल की टीम को पता चला कि नकली नोटों की सप्लाई करने के लिए एक शख्स नेहरु प्लेस बस टर्मिनल के पास पहुंचने वाला है। तत्काल स्पेशल सेल की टीम ने मौके पर पहुंचकर 24 अगस्त की दोपहर आरोपी को नकली नोटों के साथ दबोचा लिया।
तस्करी के पीछे दाऊद का हो सकता है हाथ…पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह नेपाल से 7 साल पहले नौकरी के लिए भारत आया था। उसकी मुलाकात माजिद से हुई, जिसने उसे नकली नोटों के कारोबार में शामिल कर लिया। आरोपी पिछले पांच सालों से नकली नोटों का कारोबार कर रहा था और वह पाकिस्तान से नेपाल लाए गए नकली नोटों को तीन अन्य नेपाली युवकों अब्दुल रहमान, सज्जाद, शेर मोहम्मद से लेकर भारत आकर सप्लाई करता था।
इसके लिए उसे 15 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था। पुलिस ने आशंका जताई है कि पाकिस्तान से भारत में नकली नोट भेजने के पीछे दाऊद का हाथ हो सकता है।