नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में शाहीन बाग और जामिया मिलिया इस्लामिया के बाद यमुनापार में 6 जगह चल रहे प्रदर्शन में महिलाओं का अब युवा स्टूडेंट्स ने भी सपोर्ट शुरू कर दिया है। यमुनापार में चल रहे प्रदर्शन की शुरुआत रोज संविधान की प्रस्तावना पढ़ कर की जा रही है। प्रस्तावना पढ़ने के बाद राष्ट्रगान गाया जाता है।
अनजान शख्स प्रदर्शन में गड़बड़ी न फैलाए इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनका प्रदर्शन राजनीतिक नहीं है इसलिए किसी भी नेता को शह नहीं दी जाएगी। उनके आने पर भी मंच साझा नहीं किया जाएगा। युवा स्टूडेंट्स ने महिलाओं को सपोर्ट करते हुए मोर्चा संभाल लिया है।
व्यवस्था को बनाए रखने के अलावा वह पोस्टर-बैनर बनाने का कार्य भी कर रहे हैं। जामिया यूनिवर्सिटी और शाहीन बाग के बाद सबसे अधिक महिलाओं की भीड़ उत्तर-पूर्वी दिल्ली के चांद बाग में जुट रही है।
वॉलेंटियर्स कर रहे दिक्कतें दूर… खजूरी खास की श्रीराम कालोनी में चल रहे प्रदर्शन स्थल को लोगों ने पुश्ता रोड की ढलान पर बनाया हुआ हैं। यहां आधी सड़क पर प्रदर्शन चल रहा है, जबकि आधी सड़क पर ट्रैफिक को निकाला जा रहा है। प्रदर्शन से किसी को दिक्कत न हो इसके लिए युवा वॉलेंटियर्स खड़े हैं।
रहीस अंसारी ने बताया कि सीएए के विरोध में उन्हें सभी समुदायों के लोगों का समर्थन मिल रहा है। चांद बाग में हजारों महिलाएं वजीराबाद रोड की सर्विस रोड पर टेंट लगाकर धरने पर बैठ गई हैं।