नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी द्वारा पिछले कुछ समय से दिल्ली प्रदेश भाजपा पर कुछ खास वर्ग के लोगों के वोट कटवाने के लगाए जा रहे आरोपों पर कार्रवाई करने पर प्रदेश भाजपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात कर शिकायत की है। अपने शिकायत में पार्टी ने इसके लिए आम आदमी पार्टी के आरोपों को देशद्रोह बताते हुए आप पार्टी की मान्यता रद्द करने और चुनाव चिन्ह जब्त करने की मांग की है।
प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता कर प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से गत चार और छह दिसंबर, 2018 को कई ऐसे बयान जारी किए गए हैं, जिसमें दिल्ली के मतदाताओं को धर्म एवं जाति में बांटकर उनके वोट कटने के झूठ का दुष्प्रचार कर वोट कटवाने का सीधा आरोप भाजपा पर लगाते हुए पार्टी के सम्मान को ठेस पहुंचाया गया। इसके अलावा आप पार्टी के नेताओं ने भी कई बार प्रेसवार्ता कर चुनाव आयोग व भाजपा पर ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणी की है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने उनकी शिकायत पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही दिल्ली भाजपा इस मामले में आम आदमी पार्टी के खिलाफ कोर्ट में केस कर दिया है। उनका कहना है कि चुनाव आयोग ने स्पष्ट रूप से बताया था कि वर्ष 2015 से 2018 के बीच 13,73,300 नाम जोड़े गए हैं।
केवल वैश्य समुदाय के पांच लाख मतदाता जुड़े हैं, लेकिन केजरीवाल व उनके नेताओं का बार-बार भाजपा पर वोट कटवाने का तथ्य विहीन और निराधार आरोप लगा रहे हैं जो कहीं न कहीं दिल्ली में उनकी राजनीतिक जमीन को खिसकता हुआ दर्शा रहा है। विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि आप व उनके नेताओं द्वारा लगातार कई महीनों से भाजपा व चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना व दिल्ली की जनता को जाति-धर्म में बांटना देशद्रोह के समान है।
सीएम केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का दायर हुआ मुकद्दमा
पटियाला हाउस कोर्ट में सीएम केजरीवाल व अन्य के खिलाफ मानहानि की याचिका भाजपा नेता राजीव बब्बर ने दायर की है। कोर्ट में दायर याचिका के अनुसार केजरीवाल पर आरोप है कि उसने दिल्ली में मतदाता सूची से अग्रवाल मतदाताओं के नाम कटवा दिए हैं। भाजपा की ओर से दायर याचिका के अनुसार केजरीवाल ने एक संवैधानिक पद पर रहते हुए जो टिप्पणी की है, उससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है।
सीएम केजरीवाल ने 8 दिसंबर 2018 को ट्वीट कर दावा किया था कि अग्रवाल समाज के दिल्ली में कुल 8 लाख वोट हैं। उसमें से 4 लाख वोट भाजपा ने कटवा दिए। यानि 50 फीसदी। यह समाज भाजपा का कट्टर वोटर था। इस बार नोटबंदी और जीएसटी की वजह से ये नाराज हैं, तो भाजपा ने इनके वोट ही कटवा दिए।