तो वहीं, राजधानी में आवारा कुत्तों को पकड़ने के मामले में डॉग के लिए काम करने वाली संस्थाएं व सामाजिक कार्यकर्ता लगातार निगम पर सवाल खड़े कर रहे हैं। सोमवार को निगम प्रशासन ने बयान जारी करते हुए कहा कि लावारिस कुत्तों को नसबंदी करने, इंजेक्शन लगाने और निगरानी के लिए उठाए जाने के बाद, उनके निर्धारित स्थान पर वापिस छोड़ दिया जाता है।