अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सदस्य और वरिष्ठ किसान नेता डॉ. नरेश कुमार ने कहा है कि किसान आंदोलन को आज 32वां दिन हो चुका है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कानों पर जू तक नहीं रेंग रही है और 48 से अधिक किसानों की मौत होने पर भी उन्हें कोई फ़र्क़ नहीं पड़ रहा है।
डा. कुमार ने रविवार को यहां पत्रकारों से कहा कि अब लोकतंत्र को बचाने की ज़रूरत है क्योंकि लोकतंत्र में कभी भी ज़िद और तानाशाही नहीं चलती। आज लाखों किसान अपनी माँगों को लेकर कड़कड़ाती ठंड में बैठे हैं।
वहीं सरकार और देश के प्रधानमंत्री इस बात पर अड़े हुए हैं कि जो मैंने किया वो ठीक किया। किसानों के हित में जब ये क़ानून नहीं हैं फिर इसे लागू करने पर सरकार क्यों आमादा है। ये साहूकारों, पूँजीपातियों और उद्योगपातियों की भलाई में हैं।