पटना : बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानन्द राय के कहा है कि राजद- कांग्रेस और तमाम विपक्षी दलों के सहयोग के बावजूद पटना गाँधी मैदान में सीपीआई की रैली पूरी तरह फ्लॉप हो गयी. जितने लोग इनकी सभा में नहीं पहुंचे उससे ज्यादा बड़ा इनका मंच बनाया गया था. एक बात साफ़ है कि वामपंथ अपना वजूद बचाने के लिए अपनी तमाम विचारधारा को ताक पर रखकर परिवारवादी, वंशवादी,
भ्रष्ट गठबंधन करने के लिए तैयार है. सिर्फ रैली नाम रख देने से भाजपा को चुनौती देना विपक्ष के बूते में नहीं, वह दिन दूर नहीं जब कांग्रेस के साथ- साथ वामपंथ मुक्त भारत बनेगा. बिहार भाजपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में जिस तरह वामपंथ का वजूद ख़त्म हो गया है और केरल में वामपंथी आतंक के खिलाफ भाजपा कार्यकर्त्ता डटकर मुकाबला कर रहे है जहाँ से भी इनका नामोनिशान ख़त्म हो जायेगा. जहाँ- जहाँ वामपंथी दलों की सरकार रही है वहाँ समाज के एससी, एसटी, पिछड़े एवं गरीब लोगों की स्थिति बद से बदतर होती गयी है.
वामपंथ एक राज्यपोषित एवं सत्ता संरक्षित अवधारणा बनकर रह गई है जिसका एक बड़ा उदाहरण फिलहाल केरल है. नित्यानंद राय ने कहा कि वामपंथ कभी क्लासलेस (जातिरहित) समाज की बात करती थी लेकिन अब तमाम जातिवादी, धार्मिक तुष्टिकरण और छद्म समाजवाद की बात करने वाले राजनीतिक दलों से उनके शर्तों पर झुककर समझौता कर रही है. सीपीआई और वामपंथी दलों का बिहार में कोई वजूद नहीं है और जल्द ही भारत से इनका राजनीतिक वजूद ख़त्म हो जायगा.