छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे एवं अंतिम चरण के तहत मंगलवार को 19 जिलों की 72 सीटों पर मतदान हो रहा है। मतदान के शुरुआती चार घंटों में लगभग 24 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। निर्वाचन आयोग (ईसी) के मुताबिक, कई क्षेत्रों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में छेड़छाड़ और गड़बड़ी के आरोपों के बीच दोपहर 12 बजे तक 23.71 फीसदी मतदान हुआ। धमतरी, जशपुर, रायपुर, अंबिकापुर और कोरबा में कई बूथों पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें दर्ज हुईं।
ईसी ने कहा कि गड़बड़ी वाली मशीनों को तुरंत बदल दिया गया और इससे मतदान प्रभावित नहीं हुआ। कांग्रेस ने भाजपा पर ईवीएम में छेड़छाड़ कर मतदान प्रक्रिया को बाधित करने का आरोप लगाया। वरिष्ठ नेता पी.एल.पुनिया के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने छत्तीसगढ़ में ईवीएम में छेड़छाड़ और दुरुपयोग के कथित प्रयासों के लिए दिल्ली में ईसी से मुलाकात की। पुनिया ने कहा कि भाजपा को चुनाव में हार का डर है और इसलिए वह चुनाव में गड़बड़ी कर मतदान प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।
राज्य कांग्रेस प्रमुख भूपेश बघेल ने रायपुर में कहा, ‘राज्य से ईवीएम में गड़बड़ी की खबरें आ रही हैं। कई स्थानों पर ईवीएम में गड़बड़ी की वजह से दो घंटे से अधिक समय तक वोटिंग नहीं हुई। क्या ईवीएम में गड़बड़ी सिर्फ इत्तेफाक है या मतदान प्रक्रिया को प्रभावित करने की साजिश।’ ईसी ने हालांकि कांग्रेस के आरोपों से इनकार किया। राज्य में पहली बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। कांग्रेस, भाजपा के अलावा अजीत जोगी-मायावती के नेतृत्व में बसपा गठबंधन तीसरे मोर्चे के रूप में उभर रहा है।
इस दौरान कुल 1,079 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। कांग्रेस और भाजपा सभी 72 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बसपा 25 सीटों पर जबकि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) 46 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। आम आदमी पार्टी (आप) ने 66 निर्वाचन क्षेत्रों पर अपने उम्मीदवारों को उतारा है। इस दौरान कुल 1.5 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिनमें से 77 लाख पुरुष और 76 लाख महिलाएं हैं। 1,000 मतदाता थर्ड जेंडर के हैं। राज्य में 2003 से भाजपा की सरकार है।