दिल्ली विधानसभा के एकदिवसीय विशेष सत्र के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला किया। इतना ही नहीं उन्होंने विधानसभा की कार्रवाई के समय कृषि कानूनों प्रतियां भी फाड़ दी। उन्होंने कहा कि सरकार और कितनी जानें लेगी?
प्रतियां फाड़ते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “हम इन कानूनों को मानने से इनकार करते हैं। यह कृषि कानून हमारे किसानों के खिलाफ हैं।” मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए दिल्ली विधानसभा में कहा, “20 से ज्यादा किसान इस आंदोलन में शहीद हो चुके हैं। रोज एक किसान शहीद हो रहा है। मैं केंद्र सरकार से पूछना चाहता हूं कि और कितनी शहादत और कितनी जान आप लेंगे।”
CM @ArvindKejriwal tears the copy of Centre’s farm bills in Delhi Assembly.
We refuse to accept these farm bills which are against our farmers. #KejriwalAgainstFarmBills pic.twitter.com/rBrcc67sRz
— AAP (@AamAadmiParty) December 17, 2020
केजरीवाल ने केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध किया और कहा, “देश के किसानों की मांगों के साथ आम आदमी पार्टी मजबूती के साथ खड़ी है। किसान विरोधी काले कानूनों के खिलाफ दिल्ली विधानसभा खड़ी है।” विधानसभा में दिल्ली सरकार द्वारा कहा गया कि अगर तुम किसानों के ऊपर लाठी चलाने के राजनीति करोगे तो हम किसानों की रक्षा करने की राजनीति करेंगे। इसके साथ ही दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने गुरुवार को विधानसभा में तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ एक प्रस्ताव पेश किया।
दिल्ली सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की है। राज्य सरकार के मुताबिक यह कानून किसान विरोधी हैं। वहीं बीजेपी विधायकों ने सरकार के इस रवैए पर तीखी प्रतिक्रिया दी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा आम आदमी पार्टी के विधायक एवं पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती और विधायक मोहिंदर ने सदन के भीतर केंद्र सरकार के इन तीनों कानूनों की प्रतियों को फाड़कर अपना विरोध दर्ज कराया।