नई दिल्ली : हरी नगर स्थित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल (डीडीयू) में सफाई कर्मचारी मरीजों को इंजेक्शन लगा रहे हैं। एक ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। इस वीडियो में एक महिला सफाई कर्मचारी मरीज को इंजेक्शन लगा रही है और तीमारदार से वीडियो नहीं बनाने के लिए कह रही है। मामले के सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है।
जांच में वीडियो हड्डी रोग विभाग से संबंधित बताया जा रहा है। हालांकि वीडियो कब और कैसे बनाई गई, इसकी जांच जारी है। अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एके मेहता ने बताया कि बीते बुधवार रात उन्हें भी व्हाट्सएप पर ये वीडियो मिला था। इस वीडियो में एक महिला सफाई कर्मचारी मरीज को इंजेक्शन लगा रही थी।
उसके हाथ में इंजेक्शन था, लेकिन तीमारदार के रोकने पर उसने इंजेक्शन नहीं लगाया। इस वीडियो को देख हर कोई आश्चर्य में पड़ गया। गुरुवार सुबह डॉ. मेहता ने सिस्टर इंचार्ज से पूछताछ के बाद मामले में जांच के आदेश दिए। त्वरित कार्रवाई करते हुए इसके लिए दोषी नर्स को सस्पेंड किया जाएगा।
हालांकि उनका कहना है कि मरीज की तरफ से कोई शिकायत नहीं आई लेकिन मामले की जानकारी मिलते उन्होंने कार्रवाई शुरू कर दी। उनका कहना है कि यह वीडियो हड्डी रोग विभाग के वार्ड नंबर 4 का है लेकिन कब का इसकी जांच की जा रही है। इस लापरवाही में जिसकी गलती है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मरीजों से हो रहा खिलवाड़… रोगी कल्याण समिति के पूर्व एग्जीक्यूटिव मेंबर दिनेश जैन ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल हरी नगर में मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ हो रहा है। यह सफाई कर्मचारी हाथ में इंजेक्शन लेेकर वार्ड नं. 4 में मरीज के पास खड़ी है। वह मरीज को इंजेक्शन लगाने आई थी।
यह है दिल्ली सरकार और प्रशासन, इस तरह से सफाई कर्मचारियों से यह काम करवा रहे है। इसकी जांच होनी चाहिए और प्रशाशन पर सख्त से सख्त कारवाई होनी चाहिए। ताकि इस तरह से मरीजों कि जिंदगी से खिलवाड़ ना कर सके।