नई दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एवं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को बाहरी दिल्ली स्थित दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) में पेड़ों का ट्रांसप्लांट देखा। दरअसल डीटीयू में नया निर्माण होना था जिसके लिए किसी पेड़ को नहीं काटा गया बल्कि पेड़ को ट्रांसप्लांट कर कैंपस में ही किसी अन्य जगह पर लगा दिया गया। इसे देखकर सीएम केजरीवाल ने कहा कि जानकारों से बातकर पता चला कि इन ट्रांसप्लांट पेड़ों को सर्वाइवल भी काफी अच्छा है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने भी नियम बना रखा है कि किसी भी निर्माण के लिए पेड़ों को काटा नहीं जाएगा। बल्कि उनका ट्रांसप्लांट किया जाएगा। उसका सर्वाइवल भी 80 फीसद होना चाहिए। सीएम ने कहा कि डीटीयू में पेड़ ट्रांसप्लांट देखकर अब पक्का भरोसा हो गया कि वास्तव में ऐसा किया जा सकता है। इससे पेड़ भी सुरक्षित रहेंगे और पर्यावरण को भी स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी। इस दौरान विशेषज्ञों ने मुख्यमंत्री को बताया कि कितना भी पुराना पेड़ हो उसे उखाड़ा जा सकता है।
इसके लिए पहले पेड़ की जड़ों की खुदाई होती है फिर कुछ जड़ों को छांटा जाता है। फिर उन्हें मिट्टी व खाद देकर बांध दिया जाता है। फिर पेड़ को ट्रांसप्लांट कर दूसरी जगह पहुंचाते हैं। जहां खुदाई कर पेड़ को लगा दिया जाता है। पेड़ उखड़ने के बाद सीएम उस जगह पर पहुंचे, जहां पेड़ को लगाया जाना था।
सीएम ने शनिवार को अपने सामने पेड़ को लगवाया फिर उसमें पानी दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने इस पूरी प्रक्रिया को भी समझा। उन्होंने जानना चाहा कि क्या पीपल आदि बेहद पुराने पेड़ों का भी ट्रांसप्लांट संभव है? इस पर जानकारों ने उन्हें बताया कि कितने साल पुराने पेड़ का भी ट्रांसप्लांट किया जा सकता है।