राजधानी दिल्ली की कोरोना वायरस से स्थिति गंभीर बनी हुई है। ऐसे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हमें कोरोना के साथ जीना सीखना है। उन्होंने बताया कि कुल मिलाकर दिल्ली में कोरोना के आंकड़े बढ़ रहे हैं, हालांकि लोग ठीक हो रहे हैं और घर भी वापस जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि “लगबग 75 फीसदी मामलों में लक्षण कम या स्पर्शोन्मुख है। ऐसे मरीजों का इलाज हमारी टीम अब सीधा उनके घर पर जा कर रही है। अगर उनके घर पे सुविधा है तो उन्हें वहीं क्वारंटाइन किया जा रहा है। हमने विश्लेषण किया है कि जिन 82 फीसदी लोगों ने अपनी जान गंवाई है, वे 50 वर्ष की आयु से ऊपर थे। कोरोना से बुजुर्गों की मौत ज्यादा हो रही है।
प्रवासी लोगों से अपील करते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, “हमारा दिल्ली में प्रवासी लोगों से निवेदन है कि हमने आपके खाने का इंतजाम कर रखा है, फिर भी आप जाना चाहते हैं तो उसके लिए हम केंद्र सरकार से और राज्य सरकारों से ट्रैन के लिए बात कर रहे हैं।”
उन्होंने प्रवासियों से पैदल यात्रा न करने की अपील करते हुए कहा, यह आपके लिए सुरक्षित नहीं है। हम आपकी जिम्मेदारी लेते हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली में एम्बुलेंस की कमी को पूरा करने के लिए प्राइवेट एम्बुलेंस को अभी सरकारी ड्यूटी करनी होगी।
उन्होंने कहा, कोरोना योद्धाओं के इलाज के लिए हमने कुछ होटलों का इंतजाम किया था। कल विपक्ष ने इस आदेश का विरोध किया। इसे ले कर राजनीति हुई तो मुझे बहुत पीड़ा हुई। जो लोग हमारी जिंदगी बचाने के लिए अपनी जान को जोखिम में डाल रहे हैं उनका अच्छा इलाज कराना समाज और सरकार की जिम्मेदारी है और हम वो करेंगे।