एलजी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ हरियाणा के भिवानी में एक जमीन बेचने की शिकायत मुख्य सचिव को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजी है। सूत्रों के मुताबिक यह शिकायत लोकायुक्त से 28 अगस्त को की गई है। इसी शिकायत के आधार पर एलजी ने मुख्य सचिव से मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई करने को कहा है. हालांकि आम आदमी पार्टी ने पूरे आरोप को खारिज करते हुए कहा कि जो कोई भी इसकी जांच करवाना चाहता है।
दरअसल पूरा मामला हरियाणा के भिवानी की तीन संपत्तियों का है। एलजी ऑफिस के सूत्रों के मुताबिक शिकायत में बताया गया है कि अरविंद केजरीवाल ने अपनी पत्नी के जरिए तीन प्लॉट बेचे हैं। यह संपत्ति उनके और उनके पिता के नाम थी। शिकायतकर्ता का आरोप है कि संपत्ति की कीमत बाजार में मौजूदा कीमत से कम वसूल की गई है। संपत्ति 8300 वर्गमीटर में बेची गई है, जबकि इसकी बाजार कीमत 45,000 वर्गमीटर है। बाजार मूल्य के हिसाब से इसकी कीमत 4.54 करोड़ है, जो मात्र 72.72 लाख में बिकी बताई जाती है. इसे स्टांप चोरी और इनकम टैक्स का मामला बताया गया है।
सीबीआई-ईडी जिसकी जांच करना चाहती है, उसमें कुछ भी गलत नहीं है
आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री स्टांप शुल्क चोरी के आरोप को सिरे से खारिज किया है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि ये तीनों प्लॉट उनकी पुश्तैनी संपत्ति हैं। तीनों संपत्तियों को सर्किल रेट पर बेचा गया है। सर्किल रेट के अनुसार स्टांप शुल्क की राशि जमा करा दी गई है। अतः किसी प्रकार की त्रुटि का प्रश्न ही नहीं उठता। इसके बाद भी अगर एलजी को लगता है कि कुछ गलत हुआ है। वह जांच करवाना चाहते हैं, तो उन्हें सीबीआई, ईडी या जो भी एजेंसी चाहिए, उससे जांच करवानी चाहिए।