देशभर के किसान कह रहे हैं कि ये क़ानून किसानों को खतम कर देंगे। इतने ख़तरनाक क़ानूनों को बिना वोटिंग करवाए संसद से पास घोषित कर दिया? फिर संसद का क्या मतलब, चुनावों का क्या मतलब?अगर इसी तरह क़ानून पास करवाने हैं तो संसद सत्र क्यों बुलाते हो?
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 22, 2020
उन्होंने कहा कि देशभर के किसान कह रहे हैं कि ये कानून उन्हें खत्म कर देगा। केजरीवाल ने ट्वीट किया, “इतने ख़तरनाक क़ानूनों को बिना वोटिंग करवाए संसद से पास घोषित कर दिया? फिर संसद का क्या मतलब, चुनावों का क्या मतलब?अगर इसी तरह क़ानून पास करवाने हैं तो संसद सत्र क्यों बुलाते हो?” दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने वर्तमान सरकार की तुलना अंग्रेजों से की।
मोदी जी, हम अपनी चाय के लिए नहीं लड़ रहे। हम अपने किसानों के निवाले के लिए लड़ रहे हैं, जो आपने छीना है। मेरी आपसे विनम्र बिनती है – मैं आपकी चाय पूरे आदर के साथ लौटा रहा हूँ, आप कृपया मेरे किसानों का निवाला लौटा दीजिए। https://t.co/o2QUsu0Bdb
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) September 22, 2020