नई दिल्ली : राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने कहा कि जब इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंट यूनिट की ग्लोबल लिवेलिबिटी रिपोर्ट में दिल्ली छह स्थान नीचे गिरकर 118 वें स्थान पर पहुंच गई है, जहां रहना सबसे मुश्किल हो गया है। ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल प्रदूषण पर गलत बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में साफ हवा की गुणवता के लिए प्रदूषण के स्तर में 65 प्रतिशत की कमी आनी जरूरी है।
केजरीवाल साहब ने यह बिल्कुल झूठ बोला कि उनके मंत्री इमरान हुसैन छापे मारकर, जो बिल्डिंग बन रही हैं, उनसे जो प्रदूषण हो रहा है, उनको रोक रहे हैं। गोयल ने कहा कि इमरान हुसैन तो खुद ही बिल्डर हैं, जो अवैध निर्माण धड़ल्ले से करवाते हैं। केजरीवाल साहब बोल रहे हैं कि जेनरेटर्स में कमी आई है। उन्हें देखना चाहिए कि एयर प्यूरीफायर्स कितनी बड़ी संख्या में दिल्ली में बिके हैं, जो 9,000 से लेकर 36,000 रुपए तक के खरीदने पड़ रहे हैं।
सांसद ने कहा कि एक सर्वे के अनुसार 35 प्रतिशत लोग प्रदूषण के कारण दिल्ली छोड़ना चाहते हैं। 2018 के अंत में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की जो रिपोर्ट आई, उसमें दिल्ली का पहले नंबर पर सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में आई। उन्होंने कहा कि गत चार सितम्बर की सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट की रिपोर्ट में कहा गया कि हवा की गुणवता में जो हम सुधार की बात कर रहे हैं, वह बहुत ही मामूली है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अब चुनावों को देखकर अपने मतलब की रिपोर्टों निकालकर दिल्ली की जनता को गुमराह कर रहे हैं।