दिल्ली की गाजीपुर पोल्ट्री मार्केट से लिए गए 100 नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है। इसके बाद दिल्ली सरकार ने चिकन की बिक्री पर लगाई रोक को हटाने के आदेश दे दिए हैं। बर्ड फ्लू की स्थिति को देखते हुए सरकार ने बीते दिनों दिल्ली के तीनों नगर निगमों ने दुकानों और रेस्तरां के पोल्ट्री या प्रोसेस्ड 'चिकन' बेचने तथा रखने पर रोक लगा दी थी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि पोल्ट्री मार्किट से लिए गए बर्ड फ्लू के सैंपल नेगेटिव आए हैं। मैंने पोल्ट्री मार्किट खोलने और चिकन स्टॉक के व्यापार और आयात को प्रतिबंधित करने के आदेश वापस लेने का निर्देश दिया है।
पशुपालन इकाई के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ‘‘बुधवार को 104 नमूनों के परिणाम आए। इनमें से 100 नमूने गाजीपुर बाजार में 35 पोल्ट्री पक्षियों के थे। सभी नमूनों के संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हुई है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसका अर्थ यह हुआ कि दिल्ली में पोल्ट्री पक्षियों में एवियन इंफ्लूएंजा नहीं फैला है।’’ इसके अलावा, बगुलों के चार नमूने हस्तसाल पार्क से लिए गए थे और इनमें संक्रमण की पुष्टि होने की आशंका है।
उन्होंने बताया कि ये नमूने जांच के लिए जालंधर स्थित प्रयोगशाला से भोपाल भेजे गए हैं। अधिकारी ने बताया कि शहर के विभिन्न हिस्सों में 6 जनवरी से करीब 850 पक्षियों के मारे जाने की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और नियमित रूप से नमूने एकत्र किए जा रहे हैं। अधिकारियों ने पहले कहा था कि मयूर विहार फेज-3, संजय झील और द्वारका सेक्टर नौ से लिए गए 10 नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। संजय झील में सोमवार को बत्तखों को मारा गया, जहां कई बत्तखें मृत पाई गई थीं।
राष्ट्रीय राजधानी में कौवों और बत्तखों के नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के तीन दिन बाद ये परिणाम आए हैं। कौवों और बत्तखों के नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद दिल्ली सरकार ने सोमवार को शहर के बाहर से लाए जाने वाले प्रोसेस्ड एवं पैकेटबंद ‘चिकन’ की बिक्री पर रोक लगा दी थी। सरकार ने एहतियात के तौर पर 10 दिन के लिए थोक पोल्ट्री बाजार भी बंद कर दिया था। दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर स्थित गाजीपुर बाजार क्षेत्र में पोल्ट्री उत्पादों का मुख्य आपूर्तिकर्ता है।