दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के उद्देश्य को पूरा करने के लिए आप सरकार सरकारी स्कूल की इमारत के हर कमरे के लिए 25-25 लाख रुपये भी खर्च करने को तैयार है। सिसोदिया ने यह बयान ऐसे समय दिया है जब बीजेपी की दिल्ली इकाई ने रविवार को कक्षाओं के निर्माण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि अगर कोई उन्हें जेल भिजवाना चाहता है, फिर भी वह दिल्ली की शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है और वह पीछे हटने वाले नहीं हैं। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने सोमवार को दावा किया था कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों की कक्षाओं के निर्माण में दो हजार करोड़ रुपये का ‘‘घोटाला’’ हुआ है।
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एक आरटीआई जवाब का हवाला देते हुए, मनोज तिवारी ने दावा किया था कि आप सरकार ने 2892 करोड़ रुपये की लागत से 12782 कक्षाओं का निर्माण किया था और यह केवल 800 करोड़ रुपये खर्च करके भी किया जा सकता था। पूर्वी दिल्ली के मंडावली में सरकारी स्कूलों के निरीक्षण के दौरान, शिक्षा विभाग का जिम्मा संभाल रहे सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी की दिल्ली इकाई आप सरकार पर भ्रष्टाचार के ‘‘निराधार आरोप’’ लगा रही है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि 2892 करोड़ रुपये में अत्याधुनिक कक्षाओं, कम्प्यूटर लैब, प्रयोगशालाओं, संगीत कक्षों, पुस्तकालयों, गलियारों, खेल मैदानों, तरणतालों, शौचालयों, जल एवं बिजली आपूर्ति प्रणालियों, दूषित जल शोधन प्रणालियों आदि के निर्माण की लागत शामिल है।