अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले अपनी गतिविधियों से चर्चा में आए कंप्यूटर बाबा को परिषद से निष्कासित करने की घोषणा की है। अखिल भारतीय अखाडा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने बताया कि कंप्यूटर बाबा को अखाड़ा परिषद से निष्कासित कर दिया गया है।
अखाड़े का आरोप है कि, ”कंप्यूटर बाबा व्यक्तिगत हित साधने के लिए अखाड़े और साधु समाज का दुरुपयोग कर रहे हैं।” अब वे कुंभ आयोजनों में आम साधु-संत की तरह ही शामिल हो सकेंगे। अखाड़ा परिषद की ओर से कंप्यूटर बाबा किसी आधिकारिक गतिविधि में शामिल नहीं हो पाएंगे। किसी भी अखाडा से निष्कासन के बाद साधु सभी 13 अखाड़ा से निष्कासित माना जाता है।
उन्होंने कहा कि कंप्यूटर बाबा की पिछले कुछ दिन की गतिविधियों को देखते हुए ये निर्णय किया गया है। कंप्यूटर बाबा को मध्यप्रदेश सरकार ने राज्यमंत्री का दर्जा दिया था। हालांकि उन्होंने कुछ दिन पहले से मौजूदा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल लिया था। वे नर्मदा मंत्रालय बनाने की मांग कर रहे थे। पिछले दिनों उन्होंने एक संत समागम भी किया था, जिसमें कथित तौर पर साधु-संतों को नोट बांटे गए थे।