कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने कथित शराब घोटाले के आरोप में गिरफ्तारी के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और एक अन्य मामले में पहले से ही जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के बाद मंगलवार को कहा कि निष्पक्ष जांच के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा होना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने आरोप लगाया कि केजरीवाल की पूरी कैबिनेट भ्रष्टाचार में लिप्त है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री को 2 मंत्रियों की जगह खुद इस्तीफा देना चाहिए। शराब घोटाले और अन्य घोटालों की निष्पक्ष जांच के लिए मुख्यमंत्री का इस्तीफा होना जरूरी है।’’ कुमार ने दावा किया, ‘‘केजरीवाल ने भ्रष्टाचारियों की भगत सिंह से तुलना की। जिन्हें कट्टर ईमानदारी का सर्टिफिकेट दिया वो बेईमान साबित हो रहे हैं।’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने कहा कि शराब घोटाले बहुत बड़ा मामला है और इसको लेकर कार्रवाई जरूरी है।उन्होंने दावा किया, ‘‘भ्रष्टाचार अब साबित हो चुका है, इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए। पूरे पैसे का इस्तेमाल कांग्रेस के खिलाफ कर रहे हैं।’’
कांग्रेस नेता अलका लांबा ने दावा किया, ‘‘केजरीवाल, सिसोदिया को बहुत पहले से ही निपटाने की फ़िराक़ में थे, पर कुछ यूं भ्रष्टाचार में फंसा कर निपटाएगें सोचा नहीं था।’’ उधर, कांग्रेस के पूर्व नेता अश्विनी कुमार ने एक बयान में दावा किया कि सिसोदिया को सीबीआई द्वारा पूछताछ के लिए रिमांड में लिया जाना कानूनी दृष्टि से उचित नहीं है।