नई दिल्ली : दिल्ली कांग्रेस ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कृषि भूमि के सर्किल रेट बढ़ाने में भेदभाव किया है। बाहरी दिल्ली के किसान नेता डा. नरेश कुमार ने दिल्ली में कृषि भूमि के सर्किल रेट बढ़ाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की आलोचना की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री ने सर्किल रेट बढ़ाने में भेदभाव किया है और यह दिल्ली के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार है।
गुरुवार को दिल्ली देहात के किसानों ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा को एक ज्ञापन सौंपकर कृषि भूमि में हुई अनियमितता को दूर करवाने की मांग की है। जल्द ही इस संबंध में दिल्ली देहात के किसान उपराज्यपाल से भी मुलाकात करेंगे। डा. नरेश कुमार ने कहा कि दिल्ली से सटे हरियाणा और उत्तर प्रदेश के राज्यों में कृषि भूमि के अधिग्रहण का भाव 17-18 करोड़ रुपए प्रति एकड़ है जबकि दिल्ली में सवा 2 करोड़ से लेकर 5 करोड़ रुपए प्रति एकड़ तक का भाव जिलेवार है।
उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर दिल्ली में कम भाव पर भूमि क्यों अधिग्रहित की जा रही है? इसका भाव कम से कम 20 रुपए प्रति एकड़ होना चाहिए था। उन्होंने बताया कि हरियाणा में गुड़गावा जिले के चोमा और झाड़सा आदि गांवों में जमीनों के अधिग्रहण का भाव 17-18 करोड़ रुपए प्रति एकड़ है। वहीं उत्तर प्रदेश के नोएडा में जमीनों के अधिग्रहण का भाव 10-12 करोड़ रुपए है तो दिल्ली के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है?
दरअसल, बुधवार को दिल्ली सरकार ने कृषि भूमि का सर्किल रेट सवा 2 करोड़ रुपए प्रति एकड़ से लेकर 4 करोड़ तक का भाव जिलेवार बढ़ाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में इससे पहले कभी भी जिलेवार जमीनों का अधिग्रहण का भाव नहीं तय किया गया।