दिल्ली में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर केजरीवाल सरकार ने मास्क नहीं पहनने पर लगने वाले जुर्माने को 500 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये कर दिया है। सरकार के इस फैसले का आम लोगों ने स्वागत किया है तो वहीं कांग्रेस ने सवाल खड़े करते हुए इस निर्णय को अत्याचारी बताया है।
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा, इस अत्याचारी निर्णय से भ्रष्टाचार बढ़ेगा। कौन गारंटी दे सकता है कि डिफाल्टर चालान काटने वाले अधिकारी के साथ सौदेबाजी नहीं करेगा? केजरीवाल पर तंज कसते हुए अनिल चौधरी ने कहा कि यह जुर्माना तब लगाया जाना जब लोगों के पास नौकरी नहीं है तो यह दर्शाता है कि शायद वह विज्ञापन के लिए धन की कमी को पूरा करेंगे।
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जुर्माने को तुरंत वापस लेने की मांग करते हुए अनिल चौधरी ने कहा, कांग्रेस दिल्ली सरकार के इस फैसले का विरोध करती है। जुर्माने के बजाय, लोगों में जागरूकता पैदा की जानी चाहिए। 100 रुपये का जुर्माना लगाया जाना चाहिए और मास्क वितरित किया जाना चाहिए ताकि लोग महसूस करें कि उन्होंने गलती की है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को कोरोना के 7,546 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों की संख्या 5,10,630 हो गई। वहीं 98 मरीजों क मौतकी बाद मृतकों की संख्या 8,041 हो गयी। यहां पिछले 24 घंटों के दौरान 6658 मरीज ठीक हुए।
इसके साथ ही, कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर घटकर 89.96 पर आ गयी है,जबकि सक्रिये मामलों की दर 9.03 है। स्वस्थ होने वालों की तुलना में संक्रमण के नए मामले अधिक होने से सक्रिय मामलों में वृद्धि हुयी और यह अब 43,221 हो गए हैं।