पटना : बिहार कांग्रेस कमिटी में भारी फेर-बदल की। पहले अशोक चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था उसे हटाकर तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष कौकब कादरी को बनाया गया। अब लगभग पांच महीना लोकसभा चुनाव के बाकी रह गया है बिहार के सियासी गलियारा से काफी उथल-पुथल नजर आ रहा है जहां कांग्रेस पार्टी ने बिहार में प्रदेश अध्यक्ष की कमान पूर्व मंत्री मदन मोहन झा को दी गयी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार में सवर्ण जाति का कार्ड खेलते हुए मदन मोहन झा को बिहार का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया। जानकारी रहे कि मदन मोहन झा का नाम अध्यक्ष पद की रेस में कही नंही था। उसके बावजूद कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें प्रदेश का नेतृत्व देकर सबको चौका दिया।
केन्द्र सरकार के पूर्व मंत्री और बिहार के राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया। प्रदेश में चार कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाये गये जिसमें अशोक कुमार राम, कौकब कादरी, शमीर कुमार सिंह, श्याम सुंदर धीरज को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया। इसके सा थ कांग्रेस पार्टी ने पीसीसी वर्किंग कमिटी का गठन किया गया है। जिसमें लगभग 23 नेताओं को भी जगह दी गयी है।
बेगूसराय के विधायक अमिता भूषण कई विधायकों सिकन्दरा विधायक सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी, प्रवीण कुशवाहा, वहीं विधान पार्षद प्रेमचन्द्र मिश्रा, कृपानंद पाठक, पूर्णमासी राम अजय कुमार चौधरी, जया मिश्रा, लाल बाबू लाल, ब्रजेश पांडे, पूनम पासवान, विनय वर्मा, अमित कुमार टुन्ना, मोतिलाल शर्मा, शकिल उर्फ रहमान, कैलाश पाल, आनंद शंकर, परयाग कुशवाहा, चंदन यादव, कार्यकारी सदस्य में विधायक दल के नेता सदानंद सिंह, श्रीमती मीरा कुमार, डा. शकील अहमिद, निखिल तिवारी, केके तिवारी, सदेश्वर प्रसाद, चंदन बागची, अनिल शर्मा, ज्योति, विजय शंकर दूबे, मौलाना असरूल हक, अवधेश कुमार सिंह, विश्वमोहन शर्मा, रामदेव राय, उमा पांडे, अब्दुल जलील मस्तान, रंजीता रंजन, शकील उज जामान अंसारी, डा. अखिलेश प्रसाद सिंह शामिल हैं।