मध्य प्रदेश में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ के मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात का वीडियो वायरल होने पर विवाद बढ़ने के बाद कांग्रेस ने एक चिट्ठी जारी की है। इसमें कमलनाथ अपने कार्यकर्ताओं से सांप्रदायिक सौहार्द्र की बात कर रहे हैं। यह चिट्ठी आठ नवंबर की है।
कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सिंह सलूजा ने सोशल मीडिया पर स्वयं कमलनाथ की एक चिट्ठी पोस्ट की है। इस चिट्ठी में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिदायत दी है कि वे धर्म और जाति के संबंध में किसी तरह की बातचीत न करें, भाषण नहीं दें और मीडिया से भी संवाद न करें। जो मामले सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है, उन पर कोई राय जाहिर न की जाए।
कमलनाथ की हिदायत है कि कांग्रेस जन किसी भी विरोधी पार्टी के नेताओं पर अनर्गल, असंसदीय व अपमानजनक भाषा में टिप्पणी न करें। भाजपा साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के हथकंडे अपना सकती है। कमलनाथ की इस चिट्ठी पर आठ नवंबर की तारीख है और सलूजा ने उसे शुक्रवार सुबह सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। सलूजा से जब आठ तारीख की चिट्ठी को नौ दिन बाद जारी करने के संदर्भ में संपर्क किया गया तो वे उपलब्ध नहीं हुए।
गौरतलब है कि पिछले दिनों कमलनाथ का मुस्लिम प्रतिनिधियों से मुलाकात का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे संघ पर तरह-तरह के आरोप लगा रहे थे और प्रतिनिधियों से मतदान तक सब कुछ सहन करने की बात कह रहे थे। इस मामले पर भाजपा हमलावर है और कांग्रेस को अपने बचाव में यह चिट्ठी जारी करना पड़ गई है।