नए संसद में प्रवेश होते ही पहले दिन महिला आरक्षण बिल पेश हो गया। साथ ही इस मसले पर सियासी घमासान भी नये सिरे से शुरू हो गया। बता दें महिला बिल का खुलकर समर्थन करने वाली कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने कोटे के अंदर एक और कोटे का मसला उठा दिया है। इस बीच उत्तर-पश्चिम दिल्ली से पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता उदित राज ने केंद्र सरकार पर हमला बोल दिया है।
उदित राज ने अपने बयान में कहा……..
आपको बता दें उदित राज ने अपने बयान में कहा कि भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की सोच अच्छी नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और बीजेपी नेता महिला आरक्षण के मसले पर पूरे देश को मुर्ख बनाने पर तुले हैं। महिला आरक्षण में ओबीसी का अलग से कोटा तय करने को लेकर बीजेपी नेता उमा भारती जी ने भी अवाज उठाया है। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण का लाभ ओबीसी को भी मिलना चाहिए। केंद्र सरकार 2024 में आरक्षण के नाम पर महिला का वोट लेना चाहती है।
कनाडा को उसी भाषा में जवाब देने की जरूरत- उदित राज
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कनाडा सरकार द्वारा खालिस्तानी आतंकी की हत्या में भारत का हाथ होने की बात और भारतीय दूतावास के अधिकारियों को टर्मिनेट करने के मसले पर कहा कि हमारी सरकार ने इसका जवाब दिया है, लेकिन कनाडा को उसी भाषा में जवाब देने की जरूरत है।
केंद्र सरकार ने महिला आरक्षण बिल पेश कर दिया
दरअसल, नई संसद के नए लोकसभा सदन में पहले ही दिन केंद्र सरकार ने महिला आरक्षण बिल पेश कर दिया। इसे लोकसभा में कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सदन पटल पर रखा। मोदी सरकार ने महिला आरक्षण बिल का नाम नारी शक्ति वंदन अधिनियम-2023 दिया है। इस अधिनियम में लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटें रिजर्व करने का प्रावधान है। कानून बन जाने के बाद 15 साल तक सीटें रिजर्व रहेंगी। इस मुद्दे पर आज लोकसभा में बहस होने वाली है।