केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा गठित एक उच्च-स्तरीय समिति ने दिल्ली के किसी भी अस्पताल में कोविड-19 पृथक-वास (आइसोलेशन) बेड का शुल्क 8,000 रुपये से 10,000 रुपये तथा वेंटिलेटर वाले आईसीयू बेड का शुल्क 15,000 रुपये से 18,000 रुपये प्रतिदिन तय करने की सिफारिश की है।
गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल की अध्यक्षता में समिति का गठन रविवार को किया गया था।
Committee has recommended Rs 8000-10000, 13000-15000 & 15000-18000 including PPE costs for isolation bed, ICUs without & with ventilator respectively to all hospitals as compared to the current charges of Rs 24000-25000, 34000-43000 & 44000-54000 (excluding PPE cost): MHA pic.twitter.com/coIxcs4gd4
— ANI (@ANI) June 19, 2020
समिति का गठन निजी अस्पतालों में 60 प्रतिशत बेड कम दरों पर उपलब्ध कराने और कोरोना वायरस परीक्षण और इलाज की दर तय करने के लिए किया गया था।
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि समिति ने सभी अस्पतालों के लिए आइसोलेशन बेड, बिना आईसीयू वाले वेंटिलेटर और आईसीयू के साथ वेंटिलेटर का शुल्क क्रमश: 8000-10000 रुपये, 13000-15000 रुपये और 15000-18000 रुपये की सिफारिश की है। इनमें पीपीई की लागत शामिल है। मौजूदा दरें क्रमश: 24000-25000 रुपये, 34000-43000 रुपये और 44000-54000 रुपये हैं। इनमें निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) लागत शामिल नहीं है।