नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई है। लोग सुबह शाम तो दूर की बात दिन में भी बगैर स्वेटर या फिर जैकेट के घर से बाहर नहीं निकल रहे। लेकिन इस कड़ाके की ठंड में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के नौनिहाल बिना सर्दी की ड्रेस ही स्कूल जाने के लिए मजबूर है। जिम्मेदार नेताओं और अधिकारियों की लापरवाही की वजह से 581 स्कूलों में पढ़ने वाले करीब ढाई लाख को अभी तक वर्दी का पैसा नहीं मिल पाया है।
सूत्रों की माने तो राशि जारी करने की फाइल बनकर महापौर के पास भेज दी गई है। लेकिन उनकी तरफ से अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है। जिसकी वजह से अभी तक राशि जारी नहीं हो पाई है। वहीं उत्तरी दिल्ली नगर निगम बच्चों की वर्दी राशि पहले ही जारी कर चुका है और पूर्वी दिल्ली नगर निगम अभी कोई तैयारी ही नहीं की गई है।
वर्दी के लिए दिए जाते हैं 1100 रुपए
बता दें कि राजधानी दिल्ली के तीनों नगर निगम के स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को प्रत्येक वर्ष 1100 रुपए की राशि विद्यार्थियों को बतौर वर्दी के लिए दी जाती है। इस राशि की मदद से अभिभावक बच्चों के लिए शर्ट कमीज से लेकर जूते और जुराब के अलावा स्वेटर भी खरीद सकते हैं। हालांकि पहले ये राशि 500 रुपए थी।
ड्रेस को लेकर महापौर गंभीर नहीं
सूत्रों की माने तो दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों ने कुछ दिन पहले ही वर्दी की राशि जारी करने के लिए फाइल बनाकर तैयार कर दी है। लेकिन ये फाइल अभी महापौर के पास पड़ी है। जानकारी के मुताबिक, महापौर अभी इस फाइल को न ही आगे बढ़ा रही है और न इस पर किसी तरह की कोई बैठक ले रही हैं। ऐसे में अंदेशा जाया जा रहा है कि कम से कम 15 दिन का समय और लगेगा बच्चों की राशि जारी होने में।
22 हजार बच्चों के पास कुछ भी नहीं
गौरतलब है कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में इस वर्ष करीब 22 हजार नए बच्चों का दाखिला हुआ है। इसमें तीन हजार बच्चे नर्सरी कक्षा में पढ़ते हैं। बाकि अन्य कक्षाओं में हैं। इन 22 हजार बच्चों के पास पुरानी ड्रेस भी नहीं है, जिसे पहन कर यह स्कूल आ सकें।