नई दिल्ली : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी को सीलिंग केस मामले में एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में पेश होना पड़ा। कोर्ट से बाहर निकलकर मनोज तिवारी ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की आगली तारीख 30 अक्टूबर को दिया है। उन्होंने कहा कि मैं अपने पूर्व स्टैंड पर अडिग हूं। इस दौरान उनके साथ सांसद उदित राज, प्रदेश महामंत्री राजेश भाटिया, उपाध्यक्ष राजीव बब्बर समेत कई वकील थे। तिवारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के नाम पर मॉनिटरिंग कमेटी भ्रष्ट अधिकारियों के साथ मिलकर पिक एंड चूज की पॉलिसी के तहत दिल्ली के एक बड़े वर्ग को परेशान कर रही है।
दिल्ली के लाखों लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या पैदा हो गई है। दिल्ली में सीलिंग उद्योग की आड़ में चल रहे भ्रष्टाचार को सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचाना और दिल्ली में मॉनिटरिंग कमेटी की गैर कानूनी सीलिंग से निर्दोष दिल्लीवासियों को न्याय दिलाना हमारा लक्ष्य है। मैं सुप्रीम कोर्ट के सामने ऐसे भ्रष्ट आचरण के सबूत पेश कर दोषी लोगों के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर रहा हूं।