चुनाव आयोग ने कोरोना महामारी को देखते हुए चुनाव प्रबंधन को लेकर कार्यदलों (कार्य समूहों) की सिफारिशों पर सुझाव और टिप्पणियां भेजने की अंतिम तारीख बढ़ा दी है। आयोग ने गुरुवार को कोविड-19 के प्रसार को कम करने के लिए लॉकडाउन उपायों की पृष्ठभूमि में नागरिकों से टिप्पणियां और सुझाव प्राप्त करने की अवधि एक महीने तक बढ़ा दी।
आयोग ने आज यहां जारी विज्ञप्ति में कहा है कि कोई भी नागरिक इन सिफारिशों पर अपनी राय या सुझाव 30 अप्रैल तक भेज सकता है। पहले 31 मार्च तक राय और सुझाव भेजे जा सकते थे। दरअसल, देश में कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के मद्देनजर आयोग से समय सीमा का विस्तार करने के लिए मांग की जा रही थी, जिसके बाद निर्धारित तारीख को आगे बढ़ा दिया गया।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घातक कोरोनावायरस संक्रमण के प्रसार की श्रृंखला को तोड़ने के लिए 24 मार्च की आधी रात को 21 दिन का राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा दिया गया था। आयोग ने कहा, देश में कोविड-19 को रोकने के लिए लॉकडाउन के उपायों की वर्तमान स्थिति को देखते हुए समय-सीमा का विस्तार करने के लिए कुछ अभिवेदन मिले हैं।
आयोग ने इस पर विचार किया है और टिप्पणी प्राप्त करने की समय सीमा को बढ़ाकर 30 अप्रैल, 2020 कर दिया है। चुनाव आयोग ने सात मार्च को निर्वाचन प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर कार्य समूहों की मुख्य सिफारिश पर नागरिकों और हितधारकों से 31 मार्च तक टिप्पणी और सुझाव आमंत्रित किए थे।
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के बाद कुल नौ कामकाजी समूहों की स्थापना की थी। इसकी स्थापना मतदाता सूची के मुद्दों, मतदान केंद्र प्रबंधन, चुनाव खर्च, आदर्श आचार संहिता और मतदान प्रक्रियाओं जैसे विभिन्न विषयों पर सुझाव देने के लिए की गई थी। इन समूहों में आयोग के वरिष्ठ अधिकारी और विभिन्न राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सदस्य हैं।