राजधानी दिल्ली से ऐसी तस्वीरें सामने आई है जो कोरोना वायरस को लेकर दिल्ली सरकार के इंतजामों की पोल खोलती है। दरअसल, यमुना नदी के किनारे हज़ारों की संख्या में प्रवासी मज़दूर इखट्टा हुए हैं। हालांकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के संज्ञान लेते हुए सभी मजदूरों को वहां से शिफ्ट करने का आदेश दिया।
यह तस्वीरें केजरीवाल सरकार के हर मजूदर व गरीब व्यक्ति तक भोजन और बुनियादी सुविधाएं देने के दावा पर सवाल खड़े करती हैं। इस घटना पर मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा, यमुना घाट पर इकट्ठा हुए मजदूरों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था कर दी है। उन्हें तुरंत शिफ़्ट करने के आदेश दे दिए हैं। रहने और खाने की कोई कमी नहीं है। किसी को कोई भूखा या बेघर मिले तो हमें ज़रूर बतायें।
हम रोज़ 10 लाख लोगों को खाना खिलाते हैं, 75 लाख लोगों को मुफ़्त राशन दिया। हज़ारों बेघरों के लिए छत का इंतज़ाम किया
लोग इतने गरीब हैं, कई लोगों को सरकारी इंतज़ाम का पता ही नहीं चलता। थैंक यू मीडिया, ऐसे ग़रीबों के बारे में हमें बताने के लिए। हर गरीब तक सरकारी इंतज़ाम पहुँचायेंगे https://t.co/pk5QdiNdYQ
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 15, 2020
उन्होंने लिखा, हम रोजाना 10 लाख लोगों को खाना खिलाते हैं, 75 लाख लोगों को मुफ़्त राशन दिया। हज़ारों बेघरों के लिए छत का इंतज़ाम किया गया है। लोग इतने गरीब हैं, कई लोगों को सरकारी इंतज़ाम का पता ही नहीं चलता। थैंक यू मीडिया, ऐसे ग़रीबों के बारे में हमें बताने के लिए। हर गरीब तक सरकारी इंतज़ाम पहुँचायेंगे।
गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले लॉकडाउन के बावजूद मुंबई के बांद्रा स्टेशन के बाहर हजारों की संख्या में मजदूरों के जुटने की घटना सामने आ चुकी है। वहीं इससे पहले दिल्ली के आनंद विहार बसअड्डे पर अफवाह के चलते हज़ारो की संख्या में प्रवासी मजदूरों इखट्टे हुए थे।