कोरोना वायरस का कहर अभी जारी है और इसका संक्रमण वक्त के साथ बदल रहा है। ऐसे में लोगों को अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है और कोरोना नियमों का कड़ाई से पालन करना काफी महत्वपूर्ण है। वहीं, दिल्ली की तीनों जेलों में बंद कोई भी कैदी और जेल कर्मी फिलहाल कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं है। हालांकि जेलों में कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन किया जा रहा है तथा कैदियों की टीकाकरण की प्रक्रिया भी चल रही है।
महानिदेशक (जेल) संदीप गोयल ने कहा, “ जेलों में फिलहाल कोरोना वायरस संक्रमण का कोई मामला नहीं है, लेकिन जेल प्रशासन पूरी सावधानी बरत रहा है। कैदियों के बीच दैहिक दूरी सहित कोविड-उपयुक्त व्यवहार का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। नए कैदियों को शुरू में पृथक रखा जाता है और बाद में बैरक में स्थानांतरित कर दिया जाता है।” जेल विभाग ने 18 मार्च को 45 साल से अधिक आयु वर्ग के कैदियों के लिए तथा 18 मई को 18-44 आयु वर्ग के कैदियों के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत की थी।
आंकड़ों के मुताबिक, तिहाड़ जेल में बंद 45 वर्ष से अधिक आयु के 1212 और 45 साल से कम उम्र के 3157 कैदियों का शनिवार तक कोविड रोधी टीकाकरण कर दिया गया था। वहीं रोहिणी जेल में 45 साल से अधिक उम्र के 132 और 45 साल से कम आयु के 600 कैदियों को टीका लगाया जा चुका है। आंकड़ें बताते हैं कि मंडोली जेल में, 45 साल से ज्यादा आयु के 483 और 45 वर्ष से कम उम्र के 1794 कैदियों का टीकाकरण किया जा चुका है।
मार्च से दिल्ली की जेलों में कोरोना वायरस के करीब 400 मामले सामने आए हैं और आठ कैदियों की संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है। मार्च से 200 से ज्यादा जेल कर्मी कोविड से संक्रमित हो चुके हैं। अधिकारियों ने बताया था कि तिहाड़ सहित दिल्ली की तीन जेलों से 2,800 से अधिक कैदियों को अंतरिम जमानत या आपात पैरोल पर रिहा किया गया है ताकि महामारी की दूसरी लहर के दौरान जेलों में भीड़-भाड़ कम की जा सके।
महानिदेशक (जेल) संदीप गोयल ने कहा, “ जेलों में फिलहाल कोरोना वायरस संक्रमण का कोई मामला नहीं है, लेकिन जेल प्रशासन पूरी सावधानी बरत रहा है। कैदियों के बीच दैहिक दूरी सहित कोविड-उपयुक्त व्यवहार का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। नए कैदियों को शुरू में पृथक रखा जाता है और बाद में बैरक में स्थानांतरित कर दिया जाता है।” जेल विभाग ने 18 मार्च को 45 साल से अधिक आयु वर्ग के कैदियों के लिए तथा 18 मई को 18-44 आयु वर्ग के कैदियों के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत की थी।
आंकड़ों के मुताबिक, तिहाड़ जेल में बंद 45 वर्ष से अधिक आयु के 1212 और 45 साल से कम उम्र के 3157 कैदियों का शनिवार तक कोविड रोधी टीकाकरण कर दिया गया था। वहीं रोहिणी जेल में 45 साल से अधिक उम्र के 132 और 45 साल से कम आयु के 600 कैदियों को टीका लगाया जा चुका है। आंकड़ें बताते हैं कि मंडोली जेल में, 45 साल से ज्यादा आयु के 483 और 45 वर्ष से कम उम्र के 1794 कैदियों का टीकाकरण किया जा चुका है।
मार्च से दिल्ली की जेलों में कोरोना वायरस के करीब 400 मामले सामने आए हैं और आठ कैदियों की संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है। मार्च से 200 से ज्यादा जेल कर्मी कोविड से संक्रमित हो चुके हैं। अधिकारियों ने बताया था कि तिहाड़ सहित दिल्ली की तीन जेलों से 2,800 से अधिक कैदियों को अंतरिम जमानत या आपात पैरोल पर रिहा किया गया है ताकि महामारी की दूसरी लहर के दौरान जेलों में भीड़-भाड़ कम की जा सके।