दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की दिल्ली में बढ़ते कोविड मामलों के संबंध में बैठक समाप्त हो गई है।डीडीएमए ने जुर्माने के साथ फिर से ‘मास्क अनिवार्य’ करते हुए राजधानी में नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। साथ ही डीडीएमए ने दिल्ली के स्कूलों में रिपोर्ट किए जा रहे कोरोना मामलों का भी संज्ञान लिया है। विशेष रूप से दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के स्कूलों में कर्मचारियों और छात्रों में कोविड संक्रमण की सूचना के बाद इस पर ध्यान दिया गया है। इन्हीं बातों के चलते मास्क का आदेश वापस आ गया है और सभी से इसका पालन करने की अपेक्षा की जा रही है।
दिल्ली में मास्क लगाना हुआ अनिवार्य, DDMA ने लिया फैसला
बता दें कि अब राजधानी दिल्ली में मास्क नहीं लगाने पर 500 रूपए का जुर्माना लगाया जा सकता है, डीडीएमए की बैठक में टेस्टिंग और वैक्सीनेशन पर जोर देने पर विचार बन रहा है। वहीं अगर बात करें स्कूलों की तो दिल्ली के स्कूलों में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए उनके दोबारा बंद होने का संदेह किया जा रहा था। लेकिन दिल्ली सरकार ने स्कूलों के लिए कोविड दिशानिर्देश जारी किए, जिससे स्कूलों को फिलहाल बंद नहीं किया जा रहा है। स्कूलों के लिए अलग से एसओपी जारी की जाएगी, इसमें कोरोना को फैलने से रोकने के लिए कदम उठाने पर जोर दिया जाएगा।
दिल्ली में कल हुई थी कोरोना के 632 मामलों की पुष्टि
डीडीएमए की यह बैठक उस वक्त हुई है जब दिल्ली में कोविड मामलों में इजाफा हुआ है, इससे पहले मंगलवार को दिल्ली में कोविड-19 के 632 नए मामले दर्ज किए गए। हालांकि, अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या बहुत कम है और कोविड से होने वाली मौतों की संख्या ना के बराबर है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा था कि दिल्ली में कोविड की स्थिति चिंताजनक नहीं है। उन्होंने कहा था कि अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या कम है और सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है। इस बीच, दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में कोविड मामलों में बढ़ोतरी के बाद कुछ पड़ोसी राज्यों ने भी सार्वजनिक स्थानों पर मास्क अनिवार्य कर दिया है।