दिल्ली में अज्ञात शवों को ठंड से हुई मौत बताया जा रहा है। यह दावा है दिल्ली की शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन का। रैन बसेरे में दी जा रही सुविधाओं पर उठे सवाल पर संज्ञान लेते हुए मंत्री सत्येंद्र जैन दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड के सदस्य बिपिन राय के साथ दिल्ली के रैन बसेरों का दौरा किया।
दौरे के बाद जैन ने कहा कि मौत का जो आकड़ा दिखाया जा रहा है वह बेवसाइट से लिया गया है। इसमें कहा गया है कि सबसे ज्यादा मौत मई-जून में हुई है। जबकि इस मौसम में ठंड से मौत नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि इन मौत को गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है। जबकि दिल्ली सरकार ने बेघरों के लिए प्रयाप्त सुविधा दी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा कुल 248 रैन बसेरों का इंतजाम किया गया है जिसमें कुल 17645 लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है।
शुक्रवार रात तक इन रैन बसेरों में 11715 लोग ठहरे थे। यहां लगभग छह हजार लोगों के लिए और व्यवस्था थी। वह अधिकारियों के साथ यमुना पुश्ता, दांडी पार्क, सराय काले खां और एम्स गए। यहां रैन बसेरों का निरीक्षण किया, बेघरों को आश्रय गृहों में मिल रही सुविधाओं का लिया जायजा।