दिल्ली के नरेला में डीडीए फ्लैटों के निर्माण कार्य के दौरान सोमवार शाम को एक बड़ा हादसा हो गया है। फ्लैट निर्माण के लिए लगी टावर क्रेन की लिफ्ट (हाइड्रोलिक) गिरने से एक इंजीनियर और तीन मजदूरों की मौत हो गई। टॉवर क्रेन की लिफ्ट की तार टूटने से ये मजूदर नीचे आ गिरे। घटना के समय इंजीनियर मजदूरों के साथ काम का निरीक्षण कर रहा था। तकनीकी खराबी के कारण लिफ्ट 35 फीट की ऊंचाई से गिर गई।
पुलिस के अनुसार, मरने वाले मजदूरों की पहचान 27 वर्षीय सोनू निवासी बलिया (उत्तर प्रदेश), 25 वर्षीय सोनू निवासी जौनपुर (उप्र), और 25 वर्षीय उमेश निवासी बोकारो (झारखंड) के रूप में हुई, जबकि इंजीनियर की पहचान 30 वर्षीय प्रमोद के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, शाम करीब साढ़े चार बजे प्रमोद अपने साथ तीन मजदूरों को लिफ्ट में लेकर 35 फीट की ऊंचाई पर काम का निरीक्षण कर रहा था। अचानक टावर क्रेन की लिफ्ट का तार टूट गया और सीधे नीचे गिर गई। और चारों की मौत हो गई।
पुलिस उपायुक्त (रोहिणी) रजनीश गुप्ता ने बताया कि यह घटना शाम करीब साढ़े बजे हुई जब एक सर्विस इंजीनियर और तीन मजदूर टावर क्रेन की लिफ्ट पर काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि हादसे में घायल हुए चारों लोगों को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। यहां पर फ्लैट्स बनाने का काम बी जी शिर्के कंस्ट्रक्शन नाम की कंपनी कर रही थी।
पुलिस के मुताबिक इस मामले में कंपनी के खिलाफ आईपीसी की धारा-304A और धारा-287 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मरने वाले मजदूर झारखंड और उत्तर प्रदेश के हैं। घटना में मृतक मजदूरों की पहचान भी हो गई है।