Delhi Air Pollution : राष्ट्रीय राजधानी भीषण प्रदूषण की चपेट में है। दिवाली के बाद से दिल्ली में हवा लगातार जहरीली हो रही है। गुरुवार को शहर में धुंध की मोटी चादर दिखाई दी। वायु प्रदूषण के कारण दिल्ली-NCR के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता गंभीर है। दिल्ली से सटे नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 469 तक पहुंच गया।
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में AQI 408 (गंभीर) श्रेणी में पहुंच गया है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) वर्तमान में यूपी के नोएडा में 'बहुत खराब' श्रेणी में 469 AQI दर्ज किया गया। पड़ोसी राज्य पंजाब में पराली जलाने की घटना के बीच दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 'बेहद खराब' और 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया है।
दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को हवा की दशा और दिशा बदलने से वायु प्रदूषण में मामूली सुधार हुआ था। हवा गंभीर श्रेणी से निकलकर बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई थी। मामूली सुधार के बावजूद दमघोंटू हवा से लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ बनी रही। हवा में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की परेशानियां झेलनी पड़ रही है।
पराली जलाने की घटनाओं के लिए CM केजरीवाल ने केंद्र को बताया जिम्मेदार
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में पराली जलाने की बढ़ती घटनाओं के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि अगर वह वायु प्रदूषण को नियंत्रित नहीं कर सकती तो उसे इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रोत्साहित करने के वास्ते प्रति एकड़ 2,500 रुपये नकद देने की योजना तैयार की थी। केजरीवाल ने दावा किया, 'केंद्र ने प्रस्ताव को खारिज कर दिया। उसने कहा कि वह तीन कृषि कानूनों का विरोध किए जाने के कारण किसानों के लिए कुछ नहीं करेगी।’’
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार वायु प्रदूषण से लड़ने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है और ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तहत प्रदूषण गतिविधियों पर सख्ती से अंकुश लगा रही है तथा इसी तरह पंजाब सरकार ने पराली जलाए जाने को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए हैं।