राष्ट्रीय अधिवेशन के साथ ही दिल्ली प्रदेश भाजपा भी आगामी लोकसभा के लिए एक्शन मोड में आ गई है। शनिवार को पार्टी ने दिल्ली के सभी सातों लोकसभा सीटों पर प्रभारियों की घोषणा कर दी है। खास बात यह है कि इसमें सात में से छह पंजाबी समाज से हैं, जबकि एक पूर्वांचली समाज से। शुक्रवार रात को घोषित इन प्रभारियों की सूची में मूलचंद चावला को चांदनी चौक लोकसभा, भोलानाथ विज को उत्तर पूर्वी लोकसभा, राजीव बब्बर को पूर्वी दिल्ली लोकसभा, हर्ष मल्होत्रा को नई दिल्ली लोकसभा, वेद व्यास महाजन को उत्तरी पश्चिमी दिल्ली लोकसभा, अभय वर्मा को पश्चिमी दिल्ली लोकसभा और आशीष सूद को दक्षिणी दिल्ली लोकसभा का प्रभार सौंपा गया है।
इनमें से हर्ष मल्होत्रा, वेदव्यास महाजन और आशीष सूद को निगम चुनाव में प्रतिनिधित्व का अनुभव है तो वहीं अभय वर्मा और राजीव बब्बर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। इन सभी पर आगामी लोकसभा चुनाव में दिल्ली की नई प्रभारी निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में सभी संगठनात्मक गतिविधियों की व्यवस्था संभालने और पहले से भी चुस्त दूरुस्त करने की जिम्मेदारी होगी। बता दें कि पिछले दिनों में पार्टी में सम्मानजनक पद और प्रतिनिधित्व नहीं मिलने को लेकर पंजाबी कार्यकर्ताओं का मनोबल गिर रहा था।
उनका मानना है कि पंजाबी और बनिए ही भाजपा के असली वोटर हैं, लेकिन पार्टी के अनदेखी की वजह से ये हाशिए पर चले गए और पार्टी में अपने खोते वजूद की वजह से दूसरे दलों की तरफ देखने लगे थे। एक दौर था जब दिल्ली में इन्ही दोनों समाजों ने मिलकर पार्टी को खड़ा किया था और मदनलाल खुराना के नेतृत्व में सरकार भी बनवाई थी, लेकिन उन्हें नजरअंदाज कर पार्टी इन दिनों पूर्वांचली वोटरों पर डोरे डालने लगी थी। ऐसे में इस लिस्ट को देखकर लगता है कि पार्टी ने प्रभारियों से ही जातिगत समीकरण साधने की भी भरपूर कोशिश की है।