भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता के नेतृत्व में रविवार को प्रदेश का एक प्रतिनिधिमंडल हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात कर दिल्ली में पानी की समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन सौंपा और उन्हें अनुरोध किया कि जिस तरह से हरियाणा सरकार हर बार दिल्ली में होने वाली पानी की समस्याओं को दूर करती है, इस बार भी दूर करे।
ज्ञापन में एमजीडी को पानी देने के लिए सीएम को दिया धन्यवाद
सीएम मनोहर लाल खट्टर को जो ज्ञापन सौंपा गया है, उसमें हैदरपुर और बवाना वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को मिलाकर साल 2015 में 84000 एमजीडी, 2016 में 88000 एमजीडी, 2017 में 88500 एमजीडी, 2018 में 88000 एमजीडी, 2019 में 89500 एमजीडी, 2020 में 92000 एमजीडी, 2021 में 92500 एमजीडी और 2022 में अब तक 85500 एमजीडी पानी देने के लिए हरियाणा सरकार को धन्यवाद भी दिया है।
सीएम ने पानी देने के लिए हामी भरी हैं, लेकिन केजरीवाल जमीनी स्तर पर काम नही करते -आदेश गुप्ता
इस दौरान आदेश गुप्ता ने कहा, इंसानियत का परिचय देते हुए हरियाणा के सीएम ने हमारे अनुरोध पर पानी देने के लिए हामी भरी है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल जमीनी स्तर पर काम नहीं करते हैं, क्योंकि पहले तो जलबोर्ड का सत्यानाश कर दिया और अभी भी अगर पानी की 30 फीसदी लीकेज को बचा लेते तो आज दिल्ली को पानी किसी दूसरे राज्य से मांगने की जरूरत नहीं पड़ती। हरियाणा से जो पानी आता है वह करार के मुताबिक पर्याप्त है।
केजरीवाल किसी भी सकंट पर केंद्र व पडोसी राज्य पर ही आरोप लगाकर पल्ला झाड़ लेते हैं
उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा, केजरीवाल के ऊपर जब भी कोई संकट आता है तो उस संकट का ब्लेम वह केंद्र या पड़ोसी राज्य की सरकार या फिर एमसीडी पर लगाकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। दिल्ली में हो रही पानी की किल्लत के जिम्मेदार वह खुद हैं। उनके पास जनता को जवाब देने के लिए कुछ बचा नहीं, इसलिए वह अब इसका ठीकरा हरियाणा सरकार पर फोड़ रहे हैं। इसके पहले जब पंजाब में उनकी सरकार नहीं थी तो यमुना प्रदूषण से लेकर पानी की समस्या में हरियाणा और पंजाब दोनों राज्य दोषी हुआ करता था, लेकिन आज सिर्फ हरियाणा को दोष दे रहे हैं, क्योंकि पंजाब में उनकी सरकार बनते ही पंजाब दोषमुक्त हो गया।
दिल्ली भाजपा प्रतिनिधिमंडल में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, प्रदेश उपाध्यक्ष राजन तिवारी, प्रदेश प्रवक्ता बृजेश राय, पूर्वाचल मोर्चा के महामंत्री संतोष ओझा शामिल रहे।