दिल्ली में शनिवार को वित्त वर्ष 2022-23 के लिए बजट पेश किया गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के ‘रोजगार बजट’ को नवोन्मेषी और साहसिक करार देते हुए शनिवार को कहा कि इसका लक्ष्य महंगाई और बेरोजगारी की दोहरी समस्याओं से निपटना है।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को विधानसभा में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 75,800 करोड़ रुपये का बजट पेश किया, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी में खुदरा एवं थोक बाजारों और रात्रिकालीन अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देकर तथा एक इलेक्ट्रॉनिक शहर स्थापित करके आगामी पांच साल में 20 लाख नौकरियां पैदा करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
हमारा 2014-15 में पेश किया गया पहला बजट 31,000 करोड़ रुपए का था
सिसोदिया ने कहा कि 2022-23 के लिए बजट आवंटन का आकार पिछले वर्ष के 69,000 करोड़ रुपए की तुलना में 9.86 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की अर्थव्यवस्था कोविड-19 की मार से धीरे-धीरे उबर रही है। केजरीवाल ने बजट पेश किए जाने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमारा 2014-15 में पेश किया गया पहला बजट 31,000 करोड़ रुपए का था। आज यह बजट करीब ढाई गुना अधिक 76,000 करोड़ रुपए का है। यह इसलिए संभव हो पाया, क्योंकि हमारी सरकार अत्यंत ईमानदार है।’’
रोजगार पर जोर और महंगाई को काबू करने पर दिया गया ध्यान
उन्होंने कहा कि यह बजट साहसिक एवं नवोन्मेषी है तथा इसका लक्ष्य आगामी पांच साल में 20 लाख नौकरियां पैदा करना है। सिसोदिया ने कहा कि बजट में घोषित खुदरा बाजार नीति, रोजगार पैदा करने पर जोर और महंगाई से राहत के उपाय सरकार को मिले जन सुझावों के आधार पर तैयार किए गए हैं। इससे पहले, केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया जी को दिल्ली के लिए “रोजगार बजट” पेश करने पर बहुत-बहुत बधाई। यह बजट युवाओं के लिए बड़े स्तर पर रोजगार तैयार करेगा। इस बजट में दिल्ली के हर वर्ग का खयाल रखा गया है।’’
उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री श्री मनीष सिसोदिया जी को दिल्ली के लिए “रोज़गार बजट” पेश करने पर बहुत-बहुत बधाई। ये बजट युवाओं के लिए बड़े स्तर पर रोज़गार तैयार करेगा। इस बजट में दिल्ली के हर वर्ग का ख्याल रखा गया है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 26, 2022