नोएडा को दिल्ली से जोड़ने वाले एक मुख्य मार्ग को शनिवार देर रात फिर से खोल दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। चिल्ला बार्डर पर किसानों के धरना प्रदर्शन के चलते एक दिसंबर से नोएडा-दिल्ली लिंक रोड अवरुद्ध था।
आपको बता दे कि चिल्ला बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों ने शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों पक्षों में बनी सहमति के बाद बॉर्डर को ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया।
राजनाथ सिंह के आवास पर किसानों की 5 सदस्यीय टीम ने मुलाकात की थी। वही, बैठक में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद थे। राजनाथ के सामने 18 सूत्रीय मांगों को रखा गया था। मुख्य मांग किसान गठन आयोग की रही। मांगों में न्यूनतम समर्थन मूल्य का जिक्र नहीं है। एक किसान का कहना है कि हमारे नेता आज राजनाथ और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिले। हमें आश्वासन दिया गया है कि हमारी मांगें पूरी होंगी इसलिए हमने रास्ता खोलने का फैसला लिया है।
देर रात नोएडा से दिल्ली जाने वाले रास्ते पर लगे बैरिकेड हटाए गए, जिसके बाद दिल्ली जाने के लिए वाहन चालकों ने इस मार्ग का प्रयोग शुरू कर दिया। चिल्ला बॉर्डर बंद रहने के कारण दिल्ली जाने के लिए वाहन चालकों को डीएनडी और कालिंदी कुंज होकर जाना पड़ रहा था।
नोएडा के उप पुलिस आयुक्त राजेश एस ने देर रात बताया कि किसान प्रदर्शन स्थल को खाली करने के लिए राजी हो गए और सड़क पूरी तरह से फिर से खुल जाएगी. कुछ प्रदर्शनकारी वहां अभी भी हैं लेकिन वे जल्द ही इसे खाली कर देंगे।
इससे पहले किसानों ने 14 दिसंबर को भूख हड़ताल का बड़ा ऐलान किया था। संयुक्त किसान आंदोलन के नेता कमल प्रीत सिंह पन्नू ने बताया सभी संगठनों के प्रतिनिधि और अध्यक्ष एक मंच पर 14 तारीख को अनशन पर बैठेंगे। हम अपनी माताओं और बहनों से भी इस आंदोलन में शामिल होने का आह्वान करते हैं। रविवार को हजारों किसान राजस्थान के शाहजहांपुर से जयपुर-दिल्ली राजमार्ग के रास्ते सुबह 11 बजे अपने ट्रैक्टरों से ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू करेंगे।