देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण करीब दो वर्ष तक बंद रहने के बाद कॉलेज गुरुवार को खुल गए। दिल्ली विश्वविद्यालय के निकट स्थित विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन में सुबह से ही छात्रों की भीड़ रही और वे कॉलेज जाने के लिए आतुर नजर आए। कानून के विद्यार्थी गजेन्द्र मोहन ठाकुर (26) ने कहा, मैं कैंपस जाने के लिए उत्साहित हूं। विश्वविद्यालय करीब दो वर्ष तक बंद रहे। ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई उतनी प्रभावी नहीं है, जितना की कक्षाओं में होने वाली पढ़ाई।
छात्रों ने किया था विरोध प्रदर्शन
संक्रमण के चलते दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी कॉलेज को मार्च 2020 में बंद कर दिया गया था । प्रथम वर्ष की छात्र कल्याणी हरबोला कहती हैं, हम छात्र कक्षाओं में पढ़ाई को लेकर बेहद उत्साहित हैं,क्योंकि यह हमें हमारा भविष्य निर्धारित करने में अनेक अवसर उपलब्ध कराएगा। गौरतलब है कि इस माह की शुरुआत में छात्र निकायों ने विद्यालयों को वापस खोले जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था।
संक्रमण के मामले कम होने के बाद लिया फैसला
राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण के मामले कम होने के बाद शिक्षण संस्थानों को दोबारा खोलने का निर्णय लिया गया। दिल्ली में बुधवार को संक्रमण के 766 नए मामले सामने सामने आए थे और पांच लोगों की महामारी से मौत हो गयी थी।