दिल्ली की रद्द की जा चुकी आबकारी नीति को लेकर एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की है। ईडी ने राजधानी दिल्ली में 25 ठिकानो पर एक के बाद एक छापा मारा है। जिसकी जानकारी अधिकारियों द्वारा दी गई है। इससे पहले भी ईडी और सीबीआई इस मामले में 100 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी कर चुके है। जिसमें कुछ राजनेता, पूर्व नौकरशाह और व्यवसायी भी शामिल हैं। जांच एजेंसियों ने अब तक तीन मुख्या आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनका नाम विजय नायर, समीर महेंद्रू और अभिषेक बोइनपल्ली है ।
सिसोदिया भारत रत्न के हकदार-केजरीवाल
इस मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी आरोपी हैं। मनीष सिसोदिया को मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। हालांकि, आम आदमी पार्टी इन आरोपों से इनकार करती रही है ,दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मनीष सिसोदिया को ईमानदार बता रहे हैं और कह रहे हैं कि वह ‘भारत रत्न’ के हकदार हैं।
अधिकारियों के अनुसार, जिन परिसरों की तलाशी ली गई है, वे शराब के व्यापार एवं वितरण से जुड़े निजी प्रतिष्ठान हैं। सूत्रों के मुताबिक हाल ही में गिरफ्तार आरोपी व अन्य से पूछताछ के दौरान कुछ नाम सामने आए हैं, जिनकी भूमिका इस घोटाले में संदिग्ध मानी जा रही है।
मामले में 11 आबकारी अधिकारियों को किया था निलंबित
संघीय एजेंसी इस मामले में अब तक कई जगहों पर छापेमारी कर शराब कारोबारी और शराब बनाने वाली कंपनी इंडोस्पिरिट के प्रबंध निदेशक समीर महेंद्रू को इस मामले में पिछले महीने गिरफ्तार कर चुकी है। मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला इस मामले में दर्ज केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी से जुड़ा है जिसमें दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और अन्य को आरोपी बनाया गया है।
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। उपराज्यपाल ने इस मामले में 11 आबकारी अधिकारियों को निलंबित भी किया था। तब से यह योजना जांच के दायरे में है।