दिल्ली सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी के स्कूलों को निर्देश दिया कि वे छात्रों को पतंग उड़ाने के प्रति हतोत्साहित करें और इसके कारण पक्षियों और मानवों दोनों को होने वाले नुकसान को लेकर उन्हें संवेदनशील बनायें। शिक्षा निदेशालय (डीओई) ने स्कूल प्रधानाध्यापकों को लिखे पत्र में कहा, ‘‘दिल्ली में पतंग उड़ाना आम बात है।
पतंग उड़ाने के कारण कई बार मनुष्यों और पशु-पक्षियों को भी नुकसान पहुंचता है, जिससे वे चोटिल हो जाते हैं। पतंग उड़ाने में इस्तेमाल होने वाले मांझे पर धातु की लेप के कारण यह अधिक जानलेवा और घातक हो जाता है।’’ शिक्षा निदेशालय ने कहा, ‘‘खासकर त्योहारों के दौरान पतंग उड़ाने से होने वाली दुर्घटनाओं में अक्सर घातक चोटें लगती हैं।’’
इसे गंभीर चिंता का विषय बताते हुए पत्र में कहा गया कि पतंग उड़ाने से लोगों, पशु-पक्षियों को खतरा हो सकता है, इस बारे में छात्रों को जागरुक कर उन्हें हतोत्साहित किया जाये। इसके अनुसार, ‘‘हाई टेंशन लाइन और मेट्रो की इलेक्ट्रिक तारों को छूने के कारण इससे बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है। यह पतंग उड़ाने वाले व्यक्ति के लिये भी घातक हो सकता है।’’ शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों के अनुसार सरकारी, सरकार समर्थित एवं निजी स्कूलों के प्रमुखों को ‘‘स्कूल की सभा के दौरान छात्रों और स्कूल के कर्मियों को पतंग उड़ाने के खतरे के बारे में संवेदनशील बनाने का निर्देश दिया गया है।’’