राशन की दुकानों में मंत्री का छापा, ‘खेल’ हुआ फेल
नई दिल्ली : दिल्ली के मंत्रियों ने ईद की छुट्टी के बाद दूसरे दिन भी अपना अभियान जारी रखा। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के मंत्री इमरान हुसैन ने पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर विधानसभा क्षेत्र में राशन की दुकानों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पांडव नगर और किशन कुंज स्थित राशन की दुकानें उन्हें बंद मिली। मंत्री ने इसकी जानकारी तुरंत अपने ट्विटर एकाउंट पर अधिकारियों को दी।
आस-पास के लोगों से जब दुकान बंद होने का कारण पूछा गया तो उन्हें बताया गया कि दुकान हमेशा शाम को खुलती है, दोपहर के समय दुकान बंद रहती है। इस पर मंत्री इमरान हुसैन ने संबंधित अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से दुकान सील करने के आदेश दिए। औचक निरीक्षण के दौरान इमरान हुसैन को राशन डीलर गेहूं की जगह उपभोक्ताओं को आटा बेचते हुए दिखे।
कृष्ण कुंज में राशन की दुकान पर ग्राहकों ने बताया कि गेहूं की जगह यहां पर आटा मिलता है। जब अधिकारियों ने इसकी छानबीन की तो एक दुकान में 11 किलो आटा भी रखा हुआ मिला। मंत्री ने उन दुकानों के डीलरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। मंत्री इमरान हुसैन ने कहा कि यह एनएफएस अधिनियम 2013 के मानदंडों और प्रावधानों का उल्लंघन है।
कई दुकानों पर मिले कार्रवाई के निर्देश
मंत्री ने निरीक्षण के दौरान लक्ष्मी नगर के दूसरे राशन दुकान में गेंहू के दाने बिखरे हुए दिखाई दिए। इस दौरान दुकान में साफ-सफाई के अलावा रख-रखाव में अनियमितता दिखाई दी। इस दुकान के उपभोक्ताओं से जब मंत्री इमरान ने बात की तो उन्होंने बताया कि यहां का डीलर भी गेहूं के बदले उन्हें 12 रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से आटा देता है। वहीं मंत्री ने पांडव नगर क्षेत्र में तीसरी दुकान का निरीक्षण किया जो बंद मिली।
इस पर मंत्री इमरान ने बंद दुकान को तुरंत प्रभाव से सील करने के निर्देश दिए। इसके अलावा मंत्री को कई दुकानों पर जानकारी के लिए डिस्प्ले बोर्ड नहीं लगे दिखाई दिए। इस पर उन्होंने राशन डीलरों के द्वारा की जा रही गंभीर अनियमितताओं पर विभाग के अधिकारियों से गहन जांच करने और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही पूरी रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।
चावल लिया नहीं और कार्ड पर मिली एंट्री
निरीक्षण के दौरान राशन डीलर चावल के लिए बिल जारी करते हुए पाए गए, जबकि उपभोक्ता चावल नहीं ले रहे थे। मंत्री को उपभोक्ताओं ने बताया कि चावल ना लेने पर भी डीलर उन्हें रसीद देता था और राशन कार्डों में दिखाता है कि उन्हें चावल दिया जा रहा है। मंत्री के निर्देश पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की टीम ने स्टॉक का वजन किया तो दुकान में अधिक मात्रा में चावल पाया गया।
डिजिटल डिस्प्ले ना देख भड़के समाज कल्याण मंत्री
दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने गुरुवार को लाजपत नगर स्थित समाज कल्याण दफ्तर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कार्यालय में डिजिटल डिस्प्ले ना लगने पर मंत्री भड़क गए। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को तुरंत डिजिटल डिस्प्ले लगाने के आदेश दिए। इस दौरान कार्यालय में आने वाले आगंतुकों के साथ कर्मचारियों का समन्वय देखकर मंत्री कुछ नरम हुए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि तय मानदंडों का पालन नहीं होने पर सख्ती से कार्रवाई की जाए। उन्होंने प्रशिक्षण सह उत्पादन केंद्र का निरीक्षण किया।
इसके अलावा अधिकारियों को प्रशिक्षण सह उत्पादन केंद्रों को अपग्रेड करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि हम इस डिजिटल युग में करीब 30 वर्ष पीछे हैं। उन्होंने कहा कि जब हम हर क्षेत्र में टेक्नॉलोजी से प्रेरित हैं तो ये टीसीपीसी केंद्र क्यों पिछड़ रहे हैं। ऐसा लगता है कि अधिकारी इसमें योगदान नहीं करना चाहते हैं या वे कर नहीं रहे हैं। इन केंद्रों को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें पूरी जानकारी है। बावजूद उद्देश्यों को पूरा नहीं किया जा रहा और केंद्र पुरानी प्रणाली के साथ ही चल रही हैं।