नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव के तारीख की घोषणा फिलहाल नहीं हुई है, लेकिन तीनों ही प्रमुख पार्टियां अब एक्टिव हो गई हैं। आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को भाजपा नेताओं ने एक प्रेस वार्ता कर केजरीवाल सरकार पर जमकर निशाना साधा।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और लोक नीति शोध केंद्र के निदेशक विनय सहस्रबुद्धे ने लोक नीति शोध केंद्र ने आरटीआई से मिली जानकारी के आधार पर दिल्ली सरकार की शिक्षा व्यवस्था को लेकर रिपोर्ट पेश किया। कहा कि ये रिपोर्ट 217 आरटीआई के जवाब के आधार पर तैयार की गई है।
उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में शिक्षा पर खर्च बढ़ गया है, जबकि शिक्षकों की संख्या नहीं बढ़ी। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को शिक्षा विभाग में तैनात किया गया है।
51 फीसदी स्थायी शिक्षकों का पद खाली… दिल्ली भाजपा के प्रभारी श्याम जाजू ने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में 51 फीसदी से अधिक रिक्त पदों पर स्थायी शिक्षकों को नियुक्त नहीं किया जा सका है। जबकि निगम के स्कूलों में 89.9 फीसदी पद स्थायी शिक्षकों द्वारा भरे गए हैं। यह बात शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार को लेकर “आप” सरकार का गैर जिम्मेदाराना रवैये को दर्शाता है।
डीयू में दाखिला लेने की स्थिति में नहीं हैं छात्र
दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य की चिंता व्यक्त करते हुए सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि 12वीं कक्षा से पास होने वाले छात्रों में से एक फीसद भी दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में दाखिला लेने की स्थिति में नहीं होते हैं। केवल 0.84 फीसदी छात्र ही इस वर्ष डीयू में दाखिला ले पाए। यही नहीं कहा कि इस वर्ष करीब 42.83 फीसदी छात्रों ने परीक्षाओं में 60 फीसदी से कम अंक हासिल किए हैं। वहीं दिल्ली सरकार ने 500 नए स्कूल और 20 नए कॉलेज बनाने का वादा किया था। लेकिन एक भी नए स्कूल और कॉलेज नहीं बना पाए।
विकास नहीं दुष्प्रचार पर ज्यादा फोकस
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल सरकार विकास नहीं दुष्प्रचार पर विश्वास करती है। दिल्ली के लोग अब इसे महसूस कर रहे हैं। कहा वर्ष 2015-16 में जहां नौवीं कक्षा में 2,88,094 छात्रों ने दाखिला लिया था। उसमें से केवल 1,30,136 छात्र ही अंततः 2018-19 तक 12वीं कक्षा में पहुंच पाए। कहा 40 फीसदी छात्र यानी 1,16,149 छात्र 10वीं कक्षा में पहुंचने में असफल हैं।
फेल हुए एक लाख छात्रों को नहीं मिला दाखिला
सांसद मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली सरकार की शिक्षा प्रणाली पर हमला बोलते हुए कहा कि वर्ष 2018-19 में कक्षा, 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं में असफल रहे 1,55,436 छात्रों में से केवल 52,582 को ही उसी कक्षा में पुनः प्रवेश मिला। जबकि 1,02,854 छात्र दिल्ली सरकार के नकारात्मक रवैये की वजह से दाखिला नहीं ले पाए। सरकार अपना पास प्रतिशत दुरूस्त करने के चक्कर में लाखों छात्रों का भविष्य खराब कर रही है।
खिलाड़ियों की अनदेखी कर रही दिल्ली सरकार
पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर ने भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया खेल और खिलाड़ियों की अनदेखी की जा रही है। गंभीर ने कहा कि नगर निगम स्मार्ट स्कूल बना रहा है। जबकि दिल्ली सरकार बनाई तो लेकिन सफल नहीं हो पाई।