दिल्ली सरकार ने सभी प्रयोगशालाओं और अस्पतालों को अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करने और बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए जांच करने की क्षमता में इजाफा करने का निर्देश दिया है। स्वास्थ्य सचिव पद्मिनी सिंघा ने रविवार को जारी एक आदेश में नमूनों का विश्लेषण कर अधिकतम 48 घंटे में नतीजा देने को कहा।
आदेश में कहा गया है, “दिल्ली में कोविड-19 को फैलने से प्रभावी तरीके से रोकने के लिए प्रयोगशाला की जांच तत्काल बढ़ाने का फैसला किया गया है। निजी सेक्टर की प्रयोगशालाओं में नमूने भेजने की कोई अधिकतम सीमा नहीं हैं बशर्ते वे नियम समय सीमा में प्रक्रिया शुरू करें जो 24 घंटे में (हो तो बेहतर है) और अधिकतम 48 घंटे में करें।” इसने सरकारी और निजी क्षेत्र की प्रयोगशालाओं को अपनी पूरी क्षमता से काम करने का निर्देश दिया।
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साथ में बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लिए प्राथमिकता पर जांच करने अपनी क्षमता को और अधिक बढ़ाने को भी कहा। आदेश में कहा गया है, “शहर में सभी नमूने आईसीएमआर की ओर से जारी जांच रणनीति का सख्ती से पालन करते हुए एकत्रित किए जाएंगे। कोई भी नमूना आरटी पीसीआर एप्लीकेशन का इस्तेमाल किए बिना नहीं लिया जाएगा।”
राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को ऐलान किया था कि अगले दो दिनों में जांच की संख्या दोगुनी की जाएगी और इसके बाद तीन गुनी की जाएगी। रविवार को दिल्ली में कोरोना वायरस के 2,224 नए मरीज सामने आए जो एक दिन में अबतक सबसे ज्यादा है। इसके बाद कुल मामले 41,000 के पार हो गए। वहीं मृतकों की संख्या 1,327 हो गई।