भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ्तार गौतम नवलखा (67) की जमानत याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने शुक्रवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जवाब मांगा है। नवलखा ने चिकित्सीय आधार पर अंतरिम जमानत की मांग की थी। वह फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है।
गौतम नवलखा ने अपनी याचिका में आधार पर अंतरिम जमानत की मांग की है कि वह उम्र के जिस पड़ाव पर हैं उसमें कोरोना से संक्रमित होने का खतरा अधिक है, खासकर अधिक भरी हुई जेल में यह खतरा और बढ़ जाता है। वह अभी तिहाड़ जेल में बदं हैं।
याचिका में यह भी कहा गया कि एनआईए हिरासत के दौरान सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टर ने उन्हें हाई प्रेशर होने की बात भी कही थी, जिससे उनके बीमार होने का खतरा और बढ़ जाता है। नवलखा ने इसी साल अप्रैल में एनआईए के समक्ष सरेंडर किया था। उन्हें 2018 के भीमा कोरेगांव दंगे में कथित संलिप्तता को लेकर अवैध गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत आरोपी बनाया गया है।
मुंबई से निकलने वाले इकनॉमिक ऐंड पॉलिटिकल वीकली जर्नल के संपादक नवलखा उन पांच मानवाधिकार कायकर्ताओं में से एक हैं जिन्हें माओवादियों के साथ कथित संबंधों और भीमा कोरेगांव हिंसा में उनकी कथित संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार किया गया था।