राजधानी दिल्ली को औद्योगिक प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए अब सीएम अरविंद केजरीवाल की सरकार जुट गई है। बता दें इस मुहिम के तहत औद्योगिक प्रदूषण के खिलाफ सरकार की ओर से एक महीने तक लगातार अभियान चलाया जाएगा। दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इस मसले को लेकर एक समीक्षा बैठक की। बैठक में डीपीसीसी, पर्यावरण विभाग,डीएसआईआईडीसी समेत अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
डीएसआईआईडीसी की 66 टीमों की तैनाती की गई
आपको बता दें उन्होंने कहा कि दिल्ली में औद्योगिक इकाइयों के लगातार निरीक्षण के लिए डीपीसीसी और डीएसआईआईडीसी की 66 टीमों की तैनाती की गई है। औद्योगिक वेस्ट की डंपिंग की निगरानी के लिए पूरी दिल्ली में पेट्रोलिंग टीमें तैनात की गई हैं। गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली की 1753 पंजीकृत औद्योगिक इकाईयों को पीएनजी में परिवर्तित कर दिया गया है।
औद्योगिक इकाइयों के लगातार निरीक्षण के कार्य में तैनात
इससे लेकर गोपाल राय ने बताया कि सर्दी के मौसम में होने वाले प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए 29 सितंबर को सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा 15 प्वाइंट पर आधारित विंटर एक्शन प्लान की घोषणा की गई थी। दिल्ली में वायु प्रदूषण में और सुधार लाने के लिए विंटर एक्शन प्लान के तहत औद्योगिक प्रदूषण पर निगरानी और वेस्ट मैनेजमेंट का काम जारी है। डीपीसीसी और डीएसआईआईडीसी की 66 टीमें औद्योगिक इकाइयों के लगातार निरीक्षण के कार्य में तैनात की गई है।
कई निर्देश दिए गए
संबंधित एजेंसियों द्वारा औद्योगिक क्षेत्रों से इंडस्ट्रियल कचरे का नियमित उठान सुनिश्चित करना।
औद्योगिक इकाइयों के संचालक केवल तय ईंधन का करें इस्तेमाल।
औद्योगिक इकाइयों के लगातार निरीक्षण के लिए डीपीसीसी और डीएसआईआईडीसी की 66 टीमें तैनात।
दिल्ली की 1753 औद्योगिक इकाइयों को किया गया पीएनजी में कन्वर्ट।
दिल्ली में उद्योगों को केवल अनुमोदित ईंधन पर संचालित करना अनिवार्य।
पर्यावरण नियमों के उल्लंघन पर औद्योगिक इकाइयों के खिलाफ की जाएगी सख्त कार्रवाई।