दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने सोमवार को अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली AAP सरकार के फैसले को पलट दिया है जिसमे कहा गया था कि दूसरे राज्यों के लोगों को दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में कोरोनावायरस का इलाज नहीं किया जायेगा और सिर्फ दिल्ली के लोगों के लिए ही दिल्ली के अस्पतालों में कोविड-19 के इलाज की सुविधा होगी। केजरीवाल सरकार के इस फैसले पर विपक्ष द्वारा काफी आलोचना भी की गयी थी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस निर्णय को खारिज करते हुए कि कोविड-19 के लिए उपचार केवल दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में दिल्ली के निवासियों को प्रदान किया जाएगा, एलजी ने आज अपनी क्षमता के रूप में डीडीएमए विभाग के अधिकारियों और एनसीटी के अधिकारियों की अध्यक्षता में दिल्ली यह सुनिश्चित करने के लिए कि दिल्ली के निवासी नहीं होने के आधार पर किसी भी रोगी को उपचार से इनकार नहीं किया जाता है। इस फैसले से दिल्ली के बाहर के मरीजों और उनके परिवारों को राहत मिलेगी जो कोरोनोवायरस महामारी के दौरान इलाज की मांग कर रहे हैं।
बता दें , दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 7 जून को घोषणा की कि उनकी सरकार और निजी खिलाड़ियों द्वारा चलाए जा रहे अस्पताल COVID-19 संकट के दौरान केवल दिल्ली निवासियों का इलाज करेंगे। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मीडिया को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि केंद्र के तहत अस्पताल केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार काम करना जारी रखेंगे।
केजरीवाल ने मीडिया से कहा था कि 90 प्रतिशत से अधिक लोग चाहते हैं कि दिल्ली के अस्पताल कोरोनोवायरस महामारी के दौरान दिल्ली के अस्पतालों से मरीजों का इलाज करें। इसलिए, यह निर्णय लिया गया है कि दिल्ली के सरकारी और निजी अस्पताल केवल राष्ट्रीय राजधानी के मरीजों का इलाज करेंगे।