प्रदूषण से बचाव के विभिन्न उपायों के रूप में अपनी कंस्ट्रक्शन साइटों पर दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) की ओर से 14 एंटी स्माग गन का प्रयोग किया जा रहा है। समय-समय पर निर्माण कार्यों से उत्पन्न होने वाले धूल कणों के वातावरण में बिखराव को ये एंटी स्माग गन अपनी हल्की फुहारों से रोकती हैं। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
दिल्ली मेट्रो ने अपने निर्माण स्थलों पर प्रदूषण को कम करने के लिए पहले से ही 14 एंटी-स्मॉग गन को तैनात किया है जो निर्माण कार्य से निकलने वाले धूल के कणों के प्रदूषण को कम करने के लिए नियमित अंतराल पर अच्छी धुंध फेंकती हैं। ये एंटी-स्मॉग गन (एएसजी) पहले भी कुछ समय के लिए लगाई गई थीं। दिल्ली और उसके आस-पास के शहरों में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए अधिकारियों के निर्देश पर राष्ट्रीय राजधानी में फिलहाल निर्माण गतिविधियां रोक दी गई हैं।
डीएमआरसी के कॉरपोरेट संचार के कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने कहा, ‘‘वर्तमान में, गैर-प्रदूषणकारी प्रकृति के निर्माण कार्यों के अलावा सभी प्रकार के निर्माण कार्यों को निर्देशों के अनुपालन में रोक दिया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जबकि डीएमआरसी समय-समय पर जारी किए जा रहे प्रदूषण संबंधी सभी निर्देशों का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित कर रहा है, यह एंटी स्मॉग गन प्रदूषण से निपटने के लिए एक स्थायी उपाय के रूप में स्थापित की गई हैं और साल भर निर्माणस्थलों पर कार्यरत रहती हैं।